जयपुर: राजस्थान पुलिस ने एक नाबालिग लड़की की खरीद के मामले में बाप-बेटे समेत तीन लोगों को यहां गिरफ्तार किया है। घटना की जानकारी देते हुये पुलिस ने बताया कि आरोपी हरियाणा के रहने वाले हैं। इस मामले में पीड़िता को हरियाणा में बेचने वाली उसकी बुआ को भी पुलिस ने बहरोड़ शहर से हिरासत में लिया है।
जानकारी के अनुसार तीन साल पहले 11 साल की नाबालिग को उसकी बुआ ने उसे दो लाख रुपए में बेच दिया था। वह 14 साल की उम्र में दो बच्चों की मां बन चुकी है। मुरलीपुरा थाना अधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि लड़की को खरीदने के आरोपी संदीप यादव और सतवीर यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली है, दोनों हरियाणा के चरखी दादरी जिले के बधवाना गांव के रहने वाले हैं।
पुलिस ने बताया कि पीड़ित लड़की किसी तरह आरोपियों के चुंगल से भागने में सफल रही और 16 जुलाई को उसने पास के थाना में जाकर शिकायत दर्ज कराई। घटना सामने आने के बाद आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने गलत जानकारी देकर नाबालिग लड़की का आधार कार्ड बनवा लिया। पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने संदीप को अंबाला में एक सीमेंट फैक्टरी से और उसके पिता सतवीर को चरखी दादरी के बधवाना गांव से गिरफ्तार किया।
पुलिस के मुताबिक लड़की के माता-पिता यहां मुरलीपुरा इलाके में रहते थे लेकिन उनके बीच लड़ाई होने पर वह नीमराणा में अपनी बुआ के पास चली गई। बुआ ने उसकी देखभाल करने के बजाय उसे हरियाणा के एक परिवार को दो लाख रुपए में बेच दिया। पीड़िता 14 साल की उम्र में दो बच्चों की मां बन गई। पुलिस के अनुसार पीड़िता की शिकायत के आधार पर IPC की विभिन्न धाराओं और पॉक्सो कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस उपायुक्त अमित कुमार ने कहा कि पीड़िता को हरियाणा में बेचने वाली उसकी बुआ को बहरोड़ शहर से हिरासत में लिया गया और उसे भी आज गिरफ्तार कर लिया गया। उससे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि मामला भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत दर्ज किया गया है क्योंकि अपराध भारतीय न्याय संहिता (BNS)के कार्यान्वयन से पहले हुआ और मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को सौंप दी गई है।