पुणे: नगर रोड से सटे लोहगांव के खांदवेनगर परिसर में नागरिकों को भारी जल संकट का सामाना करना पड़ रहा है। पुणे महानगरपालिका की ओर से दस दिन में केवल एक घंटे के लिए पानी सप्लाई की जा रही है। इसलिए अब यहां के लोगों ने अपना रुख साफ करते हुए कहा है कि पानी नहीं तो मतदान नहीं। ऐसे में ऐन गर्मी और चुनाव के बीच यहां का जल संकट चर्चा का विषय बन गया है।
चुनाव के बीच जल संकट
नगर रोड के खराडी के पास खांदवे नगर का परिसर है। यहां की आबादी 15 हजार के करीब है। पहले यह भाग लोहगांव ग्राम पंचायत की सीमा में आता था। लेकिन पुणे महानगरपालिका में इस गांव के शामिल होने के बाद यहां पानी सप्लाई की जिम्मेदारी महानगरपालिका पर आ गई। तभी से इस भाग की पानी सप्लाई में निरंतरता की कमी है। हालांकि, राजनीतिक नेताओं और मनपा के अधिकारियों ने इस क्षेत्र की उपेक्षा की है। जबकि हर जगह चुनावी लड़ाई चल रही है। यहां के नागरिकों ने सुचारु जलापूर्ति के लिए विरोध किया, आवेदन दिया और प्रयास भी किये, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी।
महंगे दाम पर पानी खरीदने की नौबत
नलों से पानी की आपूर्ति नहीं होने के कारण यहां के नागरिकों को महंगे दामों पर पानी के टैंकर खरीदने पड़ते हैं। साथ ही पीने के लिए एक रुपये प्रति लीटर की दर से पानी खरीदना पड़ता है। इसलिए हर परिवार को पानी पर प्रति माह करीब तीन हजार रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। यहां के नागरिक पुणे मनपा को लाखों रुपये का टैक्स देते हैं। इसमें पानी टैक्स भी शामिल है। लेकिन फिर भी इन्हें पानी खरीदना पड़ता है।
इस क्षेत्र के नागरिकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी पत्र भेजकर सुचारू जलापूर्ति सुनिश्चित करने पर ध्यान देने की मांग की है। लेकिन फिर भी यहां के नागरिकों को कोई फायदा नहीं हुआ है।
पुणे में पानी की किल्लत, कहीं 10 दिन में पानी की सप्लाई, कहीं लीकेज से जलापूर्ति ठप
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