क्षत्रिय समाज को लेकर कथित टिप्पणी करने के बाद जारी विरोध-प्रदर्शनों के बीच केन्द्रीय मंत्री व राजकोट सेे भाजपा प्रत्याशी परषोत्तम रूपाला ने गोंडल में आयोजित क्षत्रिय समाज की सभा में सार्वजनिक मंच से समाज की दो हाथ जोड़कर मांफी मांगी।
रूपाला ने कहा कि वे क्षत्रिय समाज की दो हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। उन्होंने कहा कि उनका बयान जारी होने के बाद ही उन्हें फोन आने लगे थे। उन्होंने उस समय ही कहा था कि भूल हुई है। दिल दुखा है, इसलिए मैं माफी मांगता हूं। गोंडल में आयोजित सभा में उन्होंने मंच से कहा कि मुझे इस बात का रंज है कि मेरी जबान से इस प्रकार का वाक्य निकला। उन्होंने कहा कि उनके जीवन में कोई रेकॉर्ड नहीं है कि कभी बयान दिया हो और वापस लिया हो, ऐसा कभी नहीं हुआ।
रूपाला ने कहा कि उन्हें इस बात का मुझे अफसोस है। इस प्रकार का वाक्य उनके मुंह से निकला। इसके लिए वे जिम्मेदार हैं, जो कुछ सहन करने को आए उसे सहन करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यह भूल उनकी है और इसके चलते भाजपा को सुनने की नौबत आई है।
राजपूत, क्षत्रिय समाज के संगठनों के एकजुट होकर रूपाला का विरोध करने और उनकी टिकट रद्द करने की मांग करने पर भाजपा ने डैमेज कंट्रोल शुरू किया था। इसके तहत भाजपा के पूर्व विधायक जयराज सिंह जाडेजा ने गोंडल में क्षत्रिय समाज के संगठनों की बैठक बुलाई थी। इसमें भाजपा समर्थित क्षत्रिय समाज व संगठन के लोग इकट्ठा हुए थे।
जाडेजा ने कहा कि रूपाला ने मंच से माफी मांगी है। समाज ने उसे स्वीकार किया है। इसके साथ ही यह विवाद अब खत्म होता है। किसी को अभी भी असंतोष है तो वे उसका समाधान करने के लिए चर्चा को तैयार हैं।