नई दिल्ली. भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) ने स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए अधिकतम आयु को खत्म करने का प्रस्ताव रखा है। अभी नई बीमा पॉलिसी लेने के लिए अधिकतम उम्र की सीमा 65 साल है। नए प्रस्ताव के मुताबिक यह प्रतिबंध हटा दिया जाएगा। इससे किसी भी उम्र के व्यक्ति स्वास्थ्य बीमा कवरेज सुरक्षित कर सकेंगे। इरडा ने इस क्षेत्र में विभिन्न आवश्यकताओं को स्वीकार करते हुए वरिष्ठ नागरिकों व सहस्राब्दी जैसे विशिष्ट जनसांख्यिकी के उद्देश्य के अनुरूप नीतियां पेश करने का भी सुझाव दिया है।
प्रस्ताव के मुताबिक जीवन बीमाकर्ता पांच साल तक की लंबी अवधि की स्वास्थ्य पॉलिसी पेश कर सकते हैं, जबकि सामान्य बीमाकर्ता और स्टैंडअलोन स्वास्थ्य बीमाकर्ता अधिकतम तीन साल की अवधि के लिए पॉलिसी पेश कर सकते हैं। जीवन बीमाकर्ताओं को लाभ-आधारित नीतियों की पेशकश के निर्देश दिए जाएंगे, जो बीमार होने पर निश्चित लागत प्रदान करती हैं। हालांकि अस्पताल के खर्चों की भरपाई करने वाली क्षतिपूर्ति-आधारित नीतियां इस दायरे से बाहर होंगी। बीमाकर्ता चिकित्सा परीक्षण के बगैर पॉलिसी का नवीनीकरण करेंगे। बशर्ते बीमा राशि में बदलाव न किया गया हो। इसका उद्देश्य पॉलिसीधारकों के लिए नवीनीकरण को सरल बनाना है।
वरिष्ठ नागरिकों की शिकायतों और दावों के समाधान पर प्रस्ताव में जोर दिया गया है, ताकि उनके प्रति अधिक संवेदनशील और विशिष्ट दृष्टिकोण सुनिश्चित हो। इरडा ने सुझाव दिया है कि लाभ-आधारित पॉलिसी के तहत विभिन्न बीमा कंपनियों के जरिए एक साथ कई दावे करने की इजाजत दी जानी चाहिए। इससे बीमा लेने वालों को लचीलापन और कई विकल्प मिलेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि स्वास्थ्य बीमा के लिए अधिकतम आयु खत्म करने से सभी उम्र के व्यक्तियों के लिए सुरक्षा के द्वार खुलेंगे।