नागपुर. मोबाइल से दूर रहने के लिए फटकार लगाने पर 15 वर्षीय छात्रा ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में छात्रा ने अपने माता-पिता से माफी भी मांगी। यह घटना हुड़केश्वर थाना क्षेत्र में हुई। मृतका महालक्ष्मीनगर निवासी पूर्णा नीलेश ढोणे बताई गई। पूर्णा 10वीं कक्षा की छात्रा थी।
पूर्णा के पिता नीलेश सिटी पुलिस की क्राइम ब्रांच में हेड कांस्टेबल हैं। 10वीं कक्षा में होने के कारण परिजन पूर्णा की पढ़ाई को लेकर चिंतित थे। पिछले कुछ समय से वह ज्यादातर मोबाइल और सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती थी। इस वजह से परिजनों कई बार उसे समझाया और पढ़ाई पर ध्यान देने को कहा। इसके बाद भी पूर्णा फोन पर रहती थी। रविवार की रात पिता नीलेश घर पहुंचे। पूर्णा मोबाइल पर ही रील देख रही थी। पिता ने उसे फटकार लगाई और मोबाइल छोड़कर चुपचाप सो जाने को कहा। पूर्णा अपने कमरे में चली गई।
सीलिंग फैन से ओढ़नी बांधकर फांसी लगा ली। रात 1 बजे के दौरान मां कमरे में गई तो वह फंदे पर लटकी दिखाई दी। चीख-पुकार सुनकर परिवार और पड़ोसी जमा हो गए। नीलेश ने तुरंत उसे फंदे से नीचे उतारा और उपचार के लिए अस्पताल ले गए। डॉक्टर ने जांच करते ही उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही हुड़केश्वर पुलिस मौके पर पहुंची। पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल अस्पताल भेजा गया। आत्महत्या करने से पूर्व लिखी गई चिट्ठी पुलिस ने जब्त की। उस चिट्ठी में पूर्णा ने अपने माता-पिता से माफी मांगी थी। ‘सोशल मीडिया पर ज्यादा समय नहीं बिताना चाहिए था। मेरे शिक्षण पर बहुत खर्च हो रहा है। मेरे सारे कपड़े छोटी बहन को दे देना’ लिखा था। पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर जांच आरंभ की है। इस घटना से ढोणे परिवार गहरे सदमे में है। परिसर में भी शोक का माहौल है।







