
छत्रपति संभाजीनगर: लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद महाराष्ट्र में सियासी भूचाल देखने को मिल रहा है। राज्य में सत्तापक्ष और विपक्ष के नेता एक दूसरे पर हमलावर है। राष्ट्रवादी कांग्रेस के दोनों गुटों की और से कई विधायकों और सांसदों को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे है। इस बीच, अमोल मिटकरी की पोस्ट ने राज्य की राजनीति को गरमा दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि बजरंग सोनावणे ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को फोन किया था। हालांकि, बीड से लोकसभा चुनाव जीतने वाले एनसीपी (शरदचंद्र पवार) नेता बजरंग सोनावणे ने बुधवार को मिटकरी के दावे का खंडन किया है।
सोनावणे ने मिटकरी पर किया पलटवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधान पार्षद अमोल मिटकरी की पोस्ट पर पलटवार करते हुए सोनावणे ने कहा कि वह शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के चुनाव जीतने वाले आठ सांसदों में से एक हैं और अगर वह किसी के संपर्क में रहे तो लोग उन्हें पीटेंगे। उन्होंने हैरत जताते हुए कहा कि क्या मिटकरी (अजित) पवार के बंगले पर टेलीफोन ऑपरेटर थे।
अंतिम सांस तक शरद पवार के साथ
मिटकरी ने मंगलवार को ट्वीट किया, “बीड के बप्पा ने दादा को फोन किया।” सोनावणे को उनके समर्थक प्यार से बजरंग बप्पा कहते हैं। सोनावणे ने कहा कि वह अपनी अंतिम सांस तक शरद पवार के साथ रहेंगे।
अमोल मिटकरी कौन है?
सोनावणे ने बीड में संवाददाताओं से कहा, “अमोल मिटकरी कौन है? क्या वह दादा (अजित पवार) के बंगले पर ऑपरेटर है? मुझे नहीं पता, हमें उनसे पूछना चाहिए। अजित पवार को किसने कॉल किया, इसका (कॉल) रिकॉर्ड ऑपरेटर के पास होगा।” हाल के चुनावों में सोनावणे ने बीड से भाजपा उम्मीदवार पंकजा मुंडे को हराया था।
…तो लोग मुझे पीटेंगे
उन्होंने कहा, ‘‘महाराष्ट्र से लोकसभा चुनाव में शरद पवार के आठ सांसद चुने गए। अगर मेरे जैसा सांसद किसी के संपर्क में रहेगा तो लोग उसे पीटेंगे। यहां तक कि मेरी पत्नी और पिता भी मुझे पीटेंगे।” उन्होंने कहा, “लेकिन जिनके पास सिर्फ एक सांसद है, वे शरद पवार से संपर्क कर सकते हैं।”
लोकसभा चुनाव में एनडीए को 17 सीटें
उल्लेखनीय है कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में एनडीए को महाराष्ट्र में भारी नुकसान हुआ है। महाराष्ट्र में महायुति की तुलना में महाविकास अघाड़ी को ज्यादा सीटें मिली। राज्य में एनडीए को 17 और इंडिया गठबंधन को 31 सीटें मिली। एनडीए की सहयोगी अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने सिर्फ एक लोकसभा क्षेत्र में जीत हासिल की है।