गुजरात की 26 लोकसभा सीटों पर नामांकन-पत्र भरने की प्रक्रिया शुरू हो उससे पहले गुजरात के विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगा है। गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रवक्ता डॉ. मनीष दोशी ने चौधरी के विरुद्ध चुनाव आयोग में शिकायत की है। इसके साथ एक वीडियो भी आयोग को भेजा है, जिसमें चौधरी एक बैठक को संबोधित करते हुए नजर आ रहे हैं।
डॉ. दोशी ने चुनाव आयोग को 11 अप्रेल को लिखे पत्र में विधानसभा अध्यक्ष चौधरी पर कार्रवाई की मांग की है। पत्र में लिखा कि 17 मार्च से गुजरात में आदर्श आचार संहिता लागू है। नियम के तहत संवैधानिक पद पर आसीन कोई भी व्यक्ति किसी भी पार्टी या किसी भी प्रत्याशी के समर्थन में कोई प्रचार-प्रसार, बैठक, सभा नहीं कर सकता है। उसमें शामिल नहीं हो सकता है।शंकर चौधरी गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष (स्पीकर) हैं। यह एक संवैधानिक पद है। विधानसभा अध्यक्ष बनते ही वे किसी पार्टी के सदस्य नहीं रहते हैं। इस बात का उल्लेख संसदीय प्रणाली और कार्यपद्धति भाग-1 के भाग-9 के दूसरे पैराग्राफ में उल्लेखित है। विधानसभा अध्यक्ष किसी राजनीतिक दल का प्रचार नहीं कर सकते हैं। इसके बावजूद भी वे बनासकांठा सीट से भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में वाव-थराद विधानसभा क्षेत्र में बैठक कर राजनीतिक दल (भाजपा) के लिए प्रचार कर रहे हैं। वाव और थराद विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस सोच रही है कि उसे लीड मिलेगी, उससे उलट परिणाम आएगा। ऐसा कहते हुए वे वीडियो में सुनाई भी दे रहे हैं। यह वीडियो भी दोशी ने चुनाव आयोग को भेजा है।
चौधरी का प्रचार करना आचार संहिता का उल्लंघन
डॉ.दोशी ने पत्र में लिखा कि विधानसभा अध्यक्ष का इस प्रकार से भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में बैठक कर प्रचार करना आदर्श आचार संहिता का स्पष्ट रूप से उल्लंघन है। संसदीय प्रणाली और कार्यपद्धति के नियमों का भी उल्लंघन है। ऐसे में इस मामले में चुनाव आयोग को उनके विरुद्ध कार्रवाई करनी चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया से दूर रहें, ऐसी मांग भी कांग्रेस ने की है।
विधानसभा अध्यक्ष के पद की गरिमा को नुकसान पहुंचानी की कोशिश: व्यास
गुजरात प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता यमल व्यास ने कहा कि जिस कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी के विरुद्ध चुनाव आयोग में आचार संहिता भंग की शिकायत की है, वह कार्यक्रम पार्टी (भाजपा) का था ही नहीं। इसका जवाब चुनाव आयोग को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गुजरात में हार देख रही कांग्रेस हताशा में आकर विधानसभा अध्यक्ष के गरिमामय पद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही है।