अहमदाबाद शहर में साबरमती नदी में दिन प्रतिदिन बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने में महानगरपालिका विफल रही है। इस तरह के आरोप लगाते हुए मनपा में विपक्ष कांग्रेस के नेता शहजादखान पठान ने कहा कि तीन माह पूर्व अहमदाबाद हैंड प्रिंटिंग एसोसिएशन तथा दाणीलीमडा औद्योगिक इकाइयों में से आने वाले कैमिकलयुक्त पानी को ट्रीट करने के उद्देश्य से 30 मिलियन पर डे ( एमएलडी) सेप्ट प्लांट तथा पंपिंग स्टेशन बनाने केलिए 89 करोड़ तथा दस वर्ष के ऑपरेशन और मरम्मत के लिए 188 करोड़ समेत कुल 277 रुपए का खर्च किया गया। इसके बावजूद वर्तमान में भी अहमदाबाद हैंड प्रिंटिंग एसोसिएशन तथा दाणीलीमडा औद्योगिक इकाइयों में से आने वाले कैमिकलयुक्त पानी को बिना ट्रीट के ही साबरमती नदी में छोड़ा जा रहा है। जिसके कारण साबरमती नदी में दूषित पानी की भरमार है। इसके चलते साबरमती नदी देश की सबसे प्रदूषित नदियों में शामिल है। विपक्ष के नेता का आरोप है कि साबरमती नदी को पॉल्युशन फ्री करने के संबंध में कोई ठोस कदम नही उठाए जा रहे हैं, जिससे नदी पहले की तुलना में भी ज्यादा दूूूूषित हो रही है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि नदी में बढ़ रहे प्रदूषण के जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।