अहमदाबाद: आज ही के दिन अहमदाबाद में मेट्रो के संचालन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई थी। इसके बाद गुजरात के पहले शहर के तौर अहमदाबाद मेट्रो मैप में आ गया था। गुजरात मेट्रो रेल कॉपरपोरेशन (GMRC) ने 12 महीने में मेट्रो संचालन काफी उपलब्धियां अर्जित की हैं। 12 महीने में संचालन में मेट्रो नेटवर्क पर कोई बड़ी तकनीकी खामी सामने नहीं आई। मेट्रो ने हर महीने अपनी राइडरशिप में भी इजाफा किया। पिछले साल सितंबर से लेकर 28 सितंबर 2023 के बीच में मेट्रो से 1.86 करोड़ यात्रियों ने सफर किया। मेट्रो ने संचालन में पिछले 12 महीने में 28 करोड़ रुपये की कमाई की।
लगातार बढ़ रही राइडरशिप
अहमदाबाद मेट्रो की राइडरशिप में लगातार इजाफा हो रहा है। मेट्रो के संचालन पहले महीने यानी कि अक्टूबर 2022 में कुल 15,44, 225 यात्री मिले थे। इनकी संख्या सितंबर, 2023 में 21, 48, 731 से ज्यादा हो गई। गुजरात मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अनुसार अहमदाबाद मेट्रो से वर्किंग डेज में 90,000 यात्री सफर करते हैं। छुटि्टयों में मेट्रो की राइडरशिप औसतन 75,000 यात्रियों की रहती है। मेट्रो का संचालन जब शुरू हुआ था तक 30 मिनट फ्रीक्वेंसी थी। जिसे मेट्रो ने घटाकर अब अब हर 12 मिनट कर दिया है। अहमदाबाद मेट्रो का पहले समय सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक था। जिसे बाद में सुबह 6:20 बजे से रात 10 बजे तक कर दिया गया है।
30 सितंबर को हुई थी शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 30 सितंबर को अहमदाबाद में मेट्रो रेल सेवा की शुरुआत की थी। एक साल के कम समय में मेट्रो ने काफी यात्री जोड़ लिए हैं। एक अनुमान के अनुसार मेट्रो के संचालन से अहमदाबाद में साल भर में 70 लाख वाहनों को मूवमेंट कम हुआ है। इससे सड़क यातायात से राहत मिली और शहर में वायु प्रदूषण में काफी कमी आई है। अहमदाबाद मेट्रो वस्त्राल विलेज मेट्रो स्टेशन से थलतेज मेट्रो स्टेशन तक का सफर 39 मिनट में पूरा करती है। जबकि एपीएमसी से मोटेरा तक का सफर महज 32 मिनट में पूरा होता है।
गांधीनगर तक मेट्रो अगले साल
जीएमआरसी के अनुसार उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर को अब मोटेरा से आगे गांधीनगर तक बढ़ाया जा रहा है। यह कॉरीडोर अगले साल शुरु हो जाएगा। इसके बाद राज्य की राजधानी गांधीनगर को मेट्रो कनेक्टीविटी मिली जाएगी। इसके बाद मेट्रो की राइडरशिप और अधिक बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।