
राजधानी मे इस समस पुलिस काफी टाइट है. दिल्ली में नशे के खिलाफ एक और बड़ा वार हुआ है. सेंट्रल रेंज, क्राइम ब्रांच की टीम ने एक मजबूत और खतरनाक इंटर-स्टेट ड्रग्स सप्लाई नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए 54,000 ट्रामाडॉल हाइड्रोक्लोराइड टैबलेट्स बरामद की हैं. ये टैबलेट्स प्रतिबंधित साइकोट्रॉपिक ड्रग्स की श्रेणी में आती हैं और इनकी काला बाज़ारी कीमत 32 लाख रुपये से अधिक बताई जा रही है.
क्राइम ब्रांच को एक पुख्ता इनपुट मिला है
ऑपरेशन की शुरुआत हुई 7 अक्टूबर की शाम, जब क्राइम ब्रांच को एक पुख्ता इनपुट मिला कि दक्षिण-पूर्व दिल्ली के मदनपुर खादर में बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित दवाओं की डिलीवरी होने वाली है. टीम ने महक अपार्टमेंट के पास घेराबंदी की और शाम 6:30 बजे एक संदिग्ध को रोका है, जिसकी पहचान मो. अबिद, जिनकी उम्र 50 वर्ष साल के रूप में हुई है. तलाशी में बड़े कार्टन से 54,000 ट्रामाडॉल टैबलेट्स बरामद हुईं हैं. पूछताछ में अबिद ने पुलिस को अपने सहयोगी जावेद खान का नाम बताया, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया. जांच आगे बढ़ी तो इस नेटवर्क में जुड़े तीन और नाम सामने आए सुनील कुमार, विश्नुदत्त शर्मा और विकास सिंह उर्फ ईश्वर यादव.
प्रतिबंधित दवा की सप्लाई और डिस्ट्रीब्यूशन का काम कर रहे थे.
ये तीनों मिलकर देशभर में इस प्रतिबंधित दवा की सप्लाई और डिस्ट्रीब्यूशन का काम कर रहे थे. गिरफ्तार आरोपी अपने-अपने क्षेत्रों में एजेंट, एक्सपोर्टर, लॉजिस्टिक ऑपरेटर और कुरियर सर्विस चलाते थे, जिनके जरिए यह नेटवर्क देश के अलग-अलग हिस्सों तक फैला हुआ था. जांच में अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन भी सामने आए हैं. क्राइम ब्रांच का कहना है कि यह कार्रवाई ड्रग्स माफिया के लिए एक बड़ा झटका है और ऐसे नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए लगातार प्रयास जारी रहेंगे.

