
राजेश लक्ष्मण गावड़े
मुख्य संपादक (जन कल्याण टाइम)
“ज़िंदगी में मैंने इतने धोखे खाए हैं,
कि अब अपनों और गैरों को पहचानने में खुद ही धोखा खा जाता हूँ।”
पर क्या आप जानते हैं?
ये धोखे ही थे, जिन्होंने मुझे सबसे ज्यादा सिखाया।
जब अपने ही दिल तोड़ते हैं, तो दर्द होता है…
पर उसी दर्द में छिपा होता है एक सबक –
कैसे उठना है, कैसे संभलना है, और कैसे फिर से मुस्कराना है।
धोखा इस बात का सबूत है कि आपने किसी पर भरोसा किया था,
आपका दिल साफ था, नीयत सच्ची थी।
और यही आपकी सबसे बड़ी ताकत है।
हर बार जब कोई अपने जैसा लगने वाला गैर निकलता है,
तो समझ आ जाता है –
कर्म बोलते हैं, शब्द नहीं।
वो लोग ही असली होते हैं,
जो मुसीबत में साथ निभाते हैं।
बाकी सब किरदार हैं,
जो सिर्फ़ मंच सजाने आते हैं।
सबसे खतरनाक धोखा वो होता है,
जब हम खुद से दूर हो जाते हैं…
अपने सपनों से, अपनी पहचान से, अपने आत्म-सम्मान से।
लेकिन अब नहीं…
अब मैं खुद को भूलना नहीं चाहता।
अब मैं खुद को खोने नहीं दूँगा।
मैं जानता हूँ –
हर धोखा एक नई ताकत है।
हर चोट एक नई दिशा देती है।
और हर ग़लत इंसान, हमें सही राह दिखा देता है।
मैं अब टूटा नहीं हूँ,
मैं अब तराशा गया हूँ।
मैं अब रोता नहीं,
अब मैं अपने आँसुओं को अपनी ताकत बना चुका हूँ।
अगर दुनिया ने मुझे गिराया है,
तो मैंने भी खुद को खड़ा करना सीख लिया है।
अब कोई मुझे रोक नहीं सकता,
क्योंकि मैं खुद अपने लिए खड़ा हूँ।
जिन्होंने मुझे धोखा दिया –
उन्हें शुक्रिया…
क्योंकि उन्हीं की वजह से मैं
आज खुद पर भरोसा करना सीख पाया हूँ।
तो सुन लो दुनिया –
मैं झुकूंगा नहीं,
मैं रुकूंगा नहीं,
मैं टूटूंगा नहीं…
क्योंकि मैं वो रत्न हूँ,
जिसे जितना तराशोगे,
वो उतना ही चमकेगा।
जिंदगी में धोखे खाना बुरा नहीं है…
बुरा है उस धोखे में खुद को खो देना।
खुद से प्यार करो,
खुद पर भरोसा रखो,
और चल पड़ो उस रास्ते पर –
जहाँ कोई तुम्हें रोक न सके।
क्योंकि तुम्हारा आत्मबल,
तुम्हारा विश्वास,
और तुम्हारा सपना…
तुम्हारी सबसे बड़ी जीत है।
💌 आपका अपना –
राजेश लक्ष्मण गवड़े
🎬 RLG PRODUCTION के माध्यम से
🇮🇳 जय हिंद, जय भारत! 🇮🇳
🕊️ Good Morning! ☀️
खुश रहो, बढ़ते रहो, सीखते रहो!