
Sensex-Nifty Closing Bell: शुक्रवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1046.30 अंक उछलकर 82,408.17 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 319.15 अंक बढ़कर 25,112.40 अंक पर आ गया।
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को भारतीय बाजार गुलजार रहा। वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में सुधार के बीच वित्तीय, दूरसंचार और प्रौद्योगिकी शेयरों में सौदेबाजी से पिछले तीन सत्रों की गिरावट के बाद घरेलू बाजार में हरियाली आई।
बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में एक प्रतिशत से अधिक की तेजी आई। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1046.30 अंक या 1.29 प्रतिशत उछलकर 82,408.17 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 1,132.62 अंक या 1.39 प्रतिशत बढ़कर 82,494.49 अंक पर पहुंच गया। वहीं, एनएसई निफ्टी 319.15 अंक या 1.29 प्रतिशत बढ़कर 25,112.40 अंक पर आ गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे बढ़कर 86.59 पर बंद हुआ।
पश्चिम एशिया में तनाव कम होने की संभावना ने बाजार को सहारा दिया
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि पश्चिम एशिया में तनाव कम होने और ईरान के साथ अमेरिकी वार्ता की संभावना के कारण इक्विटी सूचकांक में तेजी आई। इन संभावनाओं ने सैन्य कार्रवाई का जोखिम कम किया, इससे कच्चे तेल की कीमतों में सुधार हुआ। उन्होंने कहा कि व्यापक बाजार में वोलैटिलिटी इंडेक्स (VIX) में तेज गिरावट आई। साथ ही, फाइनेंस, ऑटो और रियल एस्टेट जैसे सेक्टरों में अच्छी खरीदारी देखी गई है। निवेशकों को उम्मीद है कि दरों में कटौती, महंगाई में कमी और उपभोक्ता खर्च में तेजी के कारण वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में बेहतर नतीजे देखने को मिल सकते हैं।
क्या रहा सेंसेक्स कंपनियों का हाल?
सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल, नेस्ले, महिंद्रा एंड महिंद्रा, पावर ग्रिड, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, इटरनल और एचडीएफसी बैंक सर्वाधिक लाभ में रहे। इसके विपरीत मारुति एकमात्र पिछड़ी कंपनी थी।
बीएसई मिडकैप सूचकांक में 1.20 प्रतिशत तथा स्मॉलकैप सूचकांक में 0.55 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। बीएसई के सभी क्षेत्रीय सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए। दूरसंचार (2.73 प्रतिशत), रियल्टी (2.22 प्रतिशत), टेक (1.42 प्रतिशत), पूंजीगत सामान (1.17 प्रतिशत), बैंकेक्स (1.15 प्रतिशत), उपभोक्ता विवेकाधीन (1.12 प्रतिशत) और धातु (1.10 प्रतिशत) में तेजी रही।
यूरोपीय बाजार में हुई बढ़त
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुए, जबकि जापान का निक्केई 225 सूचकांक और शंघाई का एसएसई कम्पोजिट सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। मध्य सत्र के कारोबार में यूरोप के बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार गुरुवार को जूनटीन्थ अवकाश के कारण बंद रहे।
विदेशी निवेशकों की लगातार खरीदारी से बाजार में दिखी मजबूती
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा कि विदेशी निवेशकों की ओर से कैश सेगमेंट में लगातार खरीदारी भी बाजार को मजबूती देती रही। मिश्रा ने कहा कि किसी भी प्रमुख घरेलू घटना के अभाव में वैश्विक बाजार धारणा को दिशा देते रहेंगे।
ब्रेंट क्रूड का भाव गिरकर 77.33 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.93 प्रतिशत गिरकर 77.33 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 934.62 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने भी 605.97 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। गुरुवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 82.79 अंक या 0.10 प्रतिशत गिरकर 81,361.87 पर बंद हुआ। निफ्टी 18.80 अंक या 0.08 प्रतिशत गिरकर 24,793.25 पर बंद हुआ।
