लखनऊ: देश में 18वीं लोकसभा सत्र जारी है। जिसमे सरकार और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिल रही है। जहां एक तरफ सत्ता पक्ष अपने दस साल के कामों को गिनवाने में लगी है। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष एक दशक से बटोर कर रखे अपने शिकायत के पिटारे को बंद करने का नाम नहीं ले रही।
संसद के इस नजारे से लोकतंत्र और संविधान और भी ज्यादा मजबूत नजर आ रहा है। इन सब के बीच संसद में समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य और अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद की आवज लगातार चर्चा में चल रही है। तो आईए जानते है कि अवधेश प्रसाद कौन है और इन दिनों उनके चर्चा में रहने का कारण क्या है।
कौन है अवधेश प्रसाद?
अवधेश का मतलब अयोध्या का राजा होता है। इस समय अवधेश प्रसाद का नाम उनके काम से पूरा मेल खा रहा है। अवधेश प्रसाद ना केवल समाजवादी पार्टी के चहेते बने हैं बल्कि कांग्रेस पार्टी भी उनका पूरा सम्मान कर रही है। जिसकी वजह भी खुद अवधेश प्रसाद ही हैं। सात बार के विधायक रह चुके अवधेश प्रसाद पहली बार सांसद के रूप में चुने गए हैं।
इसके बावजूद लोकसभा सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के बगल में बैठे नजर आ रहे हैं। अवधेश प्रसाद के चर्चे में रहने की वजह उनकी लोकसभा की सीट है। लोकसभा चुनवा 2024 होने से पहले भारतीय जनता पार्टी अपनी सबसे बड़ी ताकत अयोध्या बता रही थी। उसी सीट से प्रसाद ने बीजेपी के मौजूदा सांसद लल्लू सिंह को 54567 वोटों से हरा दिया।
अवधेश की जीत बीजेपी के लिए संकट
अवधेश प्रसाद की इस जीत से ना केवल विपक्ष को मजबूती मिली बल्कि सत्ता में बैठे मोदी सरकार को भी अपने फैसलों के बारे में फिर से सोचना पर मजबूर कर दिया। संसद में हर दिन अयोध्या वासियों द्वारा मोदी सरकार को नकारे जाने पर चर्चा की जा रही है।
विपक्षी गठबंधन द्वारा अवधेश प्रसाद को डिप्टी स्पीकर देने की मांग की जा रही है। जिसका समर्थन समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, आप और ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने भी किया है। अवधेश प्रसाद ने अपनी पहली सांसदी में ही पूरे संसद का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है।