Pune Porsche case : पूर्व IAS की मानवाधिकार आयोग को चिट्ठी:बोले- नाबालिग को पिज्जा खिलाया, ब्लड टेस्ट में देरी की, कमिश्नर का ट्रांसफर हो

Date:

Share post:

पुणे। पुणे पोर्श एक्सीडेंट केस की जांच को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। गुरुवार को पूर्व IAS ऑफिसर अरुण भाटिया ने महाराष्ट्र मानवाधिकार आयोग को चिट्ठी लिखकर पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार के तत्काल ट्रांसफर की मांग की है। उन्होंने कहा- पोर्श केस ने हमें झकझोर दिया है। केस की जांच ने हमारे लोकतंत्र का भयावह चेहरा दिखाया है। भ्रष्ट अधिकारी अब रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गए हैं। भाटिया ने कहा कि नाबालिग ने शराब पी है या नहीं, इसके टेस्ट के लिए पुलिस ने 6 घंटे तक की देरी की। पुलिस ने टेस्ट से पहले नाबालिग को पुलिस स्टेशन में पिज्जा खिलाया। गवाहों और कार में बैठे लोगों के बयान दर्ज करने में भी देरी की गई। जब मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस कमिश्नर ने ब्लड टेस्ट में देरी को महज एक चूक बताया। उन्होंने दावा किया था कि दोषियों को बचाने के लिए कोई राजनीतिक दबाव नहीं था। अगर ऐसा था तो दो नेता घटना के बाद पुलिस स्टेशन क्यों पहुंचे थे। पुलिस की जांच में देरी से पता चलता है कि इन्वेस्टिगेशन के बेसिक नियमों को दरकिनार किया गया। दोषियों को बचाने के लिए उन्हें समय दिया गया, इससे जांच प्रभावित हुई। भाटिया ने कहा- ब्लड सैंपल बदलने वाले ससून अस्पताल के डॉक्टर भी भ्रष्ट थे। भ्रष्ट डॉक्टर की मुख्य चिकित्सा अधिकारी के रूप में नियुक्ति की सिफारिश एक नेता ने की थी। इसे लेकर स्वास्थ्य सचिव के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए। इधर, पुणे पुलिस ने नाबालिग की जांच के लिए जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड से परमिशन मांगी है।

डॉक्टरों ने नाबालिग की मां से बदला था ब्लड सैंपल
पुलिस ने गुरुवार को कोर्ट में बताया कि नाबालिग आरोपी के ब्लड सैंपल को किसी महिला के सैंपल से बदला गया था, ताकि ये दिखाया जा सके कि घटना के वक्त वह नशे में नहीं था। नाबालिग का सैंपल उसके मां-पिता की मौजूदगी में लिया गया था। जहां नाबालिग का ब्लड सैंपल लिया गया वहां CCTV कैमरा लगा था, लेकिन जहां महिला का सैंपल लिया गया वहां CCTV नहीं लगा था। हालांकि, सैंपल की जांच के लिए बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट में खुलासा हो गया है कि डॉक्टरों ने नाबालिग आरोपी का सैंपल उसकी मां के ब्लड सैंपल से ही बदला था। पुलिस ने पुणे कोर्ट से मांग की थी कि सैंपल बदलने वाले दोनों डॉक्टरों और अस्पताल के कर्मचारी की कस्टडी बढ़ाई जाए। इसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए तीनों की कस्टडी 5 जून तक बढ़ा दी। कार में नाबालिग के अलावा उसके 3 और दोस्त सवार थे। तीनों के ब्लड टेस्ट कराए गए, लेकिन तीनों सैंपल में ऐल्कोहॉल नहीं पाया गया है। हम जांच कर रहे हैं कि सभी के ब्लड टेस्ट ऐल्कोहॉल निगेटिव कैसे आ सकते हैं।

Related articles

जिल्हाधिकारी कार्यालयाच्या अधिनस्त महसूल कार्यालयांमार्फत पुरविण्यात येणाऱ्या सेवांचा नागरिकांनी लाभ घ्यावा*

पी.वी.आनंदपद्मनाभन* ठाणे, राज्यातील नागरिकांना जास्तीत जास्त शासकीय सेवा मोबाईलच्या माध्यमातून उपलब्ध झाल्या पाहिजेत. त्यासाठीची ऑनलाईन प्रणाली विकसीत करा, अशी...

सैफ अली खान पर हमला करने वाले व्यक्ति को पुलिस ने किया गिरफ्तार

अभिनेता सैफ अली खान पर एक घुसपैठिये ने चाकू से हमला किया था, जिससे उनकी गर्दन और रीढ़...

‘Zero Pendency and Daily Disposal’ Initiative to Resolve Pending Files in Higher and Technical Education Department

P.V.Anandpadmanabhan Mumbai, Jan 16 : The Higher and Technical Education Department is effectively implementing the Zero Pendency and Daily...