pm modi in West Bengal: लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक सप्ताह में तीसरी बार पश्चिम बंगाल के दौरे पर पहुंचे हैं। सिलीगुड़ी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने सबसे पहले तो देर से आने के लिए क्षमा मांगी और फिर जमकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा।
पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज देर से आने के लिए मैं क्षमा चाहता हूँ। 12 किमी का अनियोजित रोड शो था, जिसका सम्मान करते हुए मुझे गति धीमी करनी पड़ी। ममता सरकार पर सियासी हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि भ्रष्ट टीएमसी सरकार… दलित, आदिवासी, ओबीसी और महिला विरोधी है। टीएमसी सरकार ने आपके राशन के योजना में ही घोटाला कर दिया। इनके नेता, मंत्री राशन घोटाले के मामले में जेल में हैं। टीएमसी सरकार आपको कदम-कदम पर लूट रही है।
संदेशखाली का भी किया जिक्र
मोदी ने कहा कि संदेशखाली में गरीब, दलित और आदिवासी बहनों के साथ टीएमसी के नेताओं ने क्या-क्या किया है, इसकी चर्चा आज पूरे देश में हो रही है। महिलाओं पर अत्याचार और गरीब की कमाई को लूटना… यही टीएमसी के तोलाबाजों का काम रहा है।
अभिषेक बनर्जी का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा कि टीएमसी वालों को भतीजे की चिंता है, कांग्रेस वालों को अपने शाही परिवार के बेटे-बेटी को आगे बढ़ाना है, लेफ्ट वालों को इन दोनों के साथ तालमेल बनाए रखना है, ताकि उनकी भी गाड़ी चलती रहे। इन लोगों को आपके बच्चों की परिवाह नहीं है, आपके बच्चों के भविष्य की चिंता करने वाला अगर कोई है तो… वो मोदी है, बीजेपी है, एनडीए का गठबंधन है। इसलिए आज देश का जन-जन कह रहा है- मैं हूं मोदी का परिवार।
केंद्र सरकार के कामकाज को गिनवाया
मैं जिस तरह का जीवन जी-कर यहां आया हूं, मैंने देश की अनेकों माताओं को छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए संघर्ष करते हुए देखा है। इसलिए मैं शौचालय, नल से जल, मुफ्त बिजली कनेक्शन, बैंक का खाता, pregnancy के समय आर्थिक मदद… ऐसी हर बात पर ध्यान रखता हूं, जोर दे रहा हूं। हर गरीब माताओं-बहनों का जीवन सरल हो, इसके लिए कोशिश करता हूं।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि जो परिवार का सदस्य होता है, वो आपके सुख-दुख का भी साथी होता है। मैं जानता हूं कोरोना के दौरान मेरे गरीब परिवार कितनी बड़ी चिंता से घिरे हुए थे, इसलिए मोदी ने देश के अपने परिवारजनों को मुफ्त राशन देने की योजना शुरू की। मेरा मकसद था कि किसी गरीब के घर का चूल्हा बुझना नहीं चाहिए, किसी गरीब के घर के बच्चे को भूखा नहीं सोने देंगे।