इंदौर में शराब फिर महंगी हो गई है। शराब की कीमतों में 15 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोत्तरी हुई है। कीमतों में यह बढ़ोत्तरी ठेकेदारों के लिए हुई। शराब के ठेके महंगे होने का असर जल्द ही इसके शौकीनों पर पड़ेगा।
नई आबकारी नीति के चलते इंदौर में 76 फीसदी शराब दुकानों का रिन्युअल हो गया है। 64 में से 50 ग्रुप के कारोबारियों ने 15 प्रतिशत कीमत बढ़ाकर फिर से ठेका लिया है। उस हिसाब से सरकार को 1147 करोड़ की कमाई हुई। अब बचे हुए 14 ग्रुपों की नीलामी को लेकर सरकार जल्द ही नीति घोषित करेगी।
नई नीति के हिसाब से 15 प्रतिशत पर रिन्युअल
पिछले साल अहाते बंद करने के बाद कई शराब ठेकेदारों ने घाटा होने की बात कही थी, लेकिन ऐसा नजर नहीं आ रहा है। आबकारी विभाग की नई नीति के हिसाब से 15 प्रतिशत पर रिन्युअल होना था। एक शर्त और रखी थी, जिसमें जिले में 75 प्रतिशत रिन्युअल होना भी अनिवार्य है।
इंदौर में 76 फीसदी ठेके 15 प्रतिशत बढ़ाकर ठेकेदारों ने ले लिए हैं, जिससे सरकार को 1147 करोड़ की कमाई हो गई। वैसे लक्ष्य 1509 करोड़ का था। इसके हिसाब से 362 करोड़ रुपए आना अभी बाकी हैं, लेकिन लक्ष्य अनुसार राशि अब सरकार को नहीं मिलेगी।
कुल 64 में से 50 ग्रुप का रिन्युअल हो गया है। 14 बचे हैं, जिन्हें लेकर आबकारी विभाग नीलामी की शर्त घोषित करेगा। इस पर 27 फरवरी को फिर से टेंडर डाले जाएंगे। कलेक्टर आशीष सिंह के अनुसार 76 प्रतिशत शराब दुकानों का रिन्युअल हो गया है। 50 ग्रुप हो गए हैं। 14 शेष हैं, जिनकी जल्द ही नीलामी होगी।