नवसारी के लुनसीकुई, कोर्ट क्षेत्र और दुधिया झील क्षेत्र में हजारों की संख्या में बड़े चमगादड़ देखे जाते हैं। इस चमगादड़ को स्थानीय भाषा में वागूल भी कहा जाता है। जहां ये रहते हैं वहां गंदगी की मात्रा भी अधिक होती है। वर्तमान समय में शहर के मुख्य इलाकों में कूड़े से प्रदूषण की मात्रा भी बढ़ती जा रही है। दुधिया झील क्षेत्र में तोतों का मल सीधे पानी में समा जाता है। चूँकि पक्षी के पास मलद्वार नहीं होता, इसलिए वह केवल छोटे मुँह से ही शौच करता है। यदि इन्हें कोई खतरा दिखता है तो ये हजारों की संख्या में एक साथ समूह बनाकर आवाज करते हुए उड़ते हैं। पिछले कई वर्षों से सर्दी के मौसम में उनकी यात्रा नवसारी तक बढ़ जाती है। नागरिकों की मांग है कि सिस्टम इस मामले में विशेष कार्रवाई कर इसका स्थाई निस्तारण करे.