पुणे: सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि हम लोकसभा चुनाव को लेकर कॉन्फिडेंट हैं लेकिन ओवर कॉन्फीडेंट नहीं है। बीजेपी संख्या बल में फंस गई है। वह कभी कहते हैं 45 सीटें जीतेंगे, फिर बाद में कहते हैं कि 45 से भी ज्यादा सीटें जीतेंगे, यह ओवर कॉन्फिडेंस की बात है। सुप्रिया सुले ने मिलिंद देवड़ा (Milind Deora) के शिवसेना (Shivsena) में जाने पर भी बयान (Statement) दिया है।
मिलिंद देवड़ा कांग्रेस छोड़कर शिवसेना शिंदे गुट में प्रवेश किया है। क्योंकि वह सीट सहयोगी दल शिवसेना के पास चली गई थी। मुझे नहीं लगता कि उनके चले जाने से कोई फर्क पड़ेगा। हो सकता है कि उन्हें टिकट की पेशकश की गई हो। उनके पिता कांग्रेस में मंत्री थे। उन्होंने मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि दक्षिण मुंबई में कोई उम्मीदवार नहीं था। नारायण राणे बीजेपी के असंवेदनशील नेता हैं। उनके कई बयान सामने आते हैं। सुले ने यह भी कहा कि दिल्ली से उन्हें खुद पर संयम रखने के लिए कहा जा रहा है।
बीजेपी हमें कभी-कभी भाषण देती है। वे कर्मकांड के संबंध में निर्देश देते हैं, इसलिए हमें इस संबंध में अब भाजपा से पूछना चाहिए। लोकसभा सीट बंटवारे के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगले 8-10 दिनों में उम्मीदवारों के बारे में पता चल जाएगा। इंडिया आघाड़ी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि संविधान के दायरे में इंडिया आघाड़ी को एक चेहरा दिया जाएगा। भूमरे के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह ट्रिपल इंजन की सरकार है।