सूरत. चुनावी समर के योद्धा कार्यकर्ताओं के खास हथियार के रूप में पार्टी के टोपी, दुपट्टे, साड़ियां, झंडे आदि होते हैं। यह प्रचार सामग्री देशभर में सूरत कपड़ा मंडी से ही जाती रही है।
जल्द ही पांच राज्य मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना व मिजोरम में विधानसभा चुनाव का रंग जमने वाला है और इसका असर सूरत में भी दिखने लगा है। आमसभा, रैली, बैठकों में भाग लेने वाले हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए सूरत मंडी में टोपी, दुपट्टे, साड़ियां, झंडे आदि बड़े पैमाने पर तैयार होने लगे हैं।
गुजरात को भाजपा की प्रयोगशाला कहा जाता है। इन्हीं में प्रचार सामग्री को लेकर भी क्रिएशन किए गए। दो-ढाई साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेताजी सुभाषचंद्र बोस के समान केसरिया टोपी पहने नजर आए थे। इस टोपी पर कमल कुछ अलग तरीके से उभरा दिख रहा था। देखते ही देखते यह टोपी भाजपा के सांसदों ने फिर सभी राज्यों के विधायकों ने सिर पर सजाई। इसके बाद से खासकर भाजपा सूरत कपड़ा मंडी में विशेष प्रचार सामग्री तैयार करवाने के प्रति लालायित रहने लगी है।
रॉ मटीरियल पहले से ही तैयार रहता है। ऐनवक्त पर ऑर्डर मिलते हैं, लेकिन उसके मुताबिक टोपी-दुपट्टे समेत अन्य सामग्री तैयार कर मांग वाले राज्य के शहर-कस्बे तक पहुंचा दी जाती है। यह शुरुआत मध्यप्रदेश से हुई है। जल्द ही राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम से भी मांग आएगी।- संजय सरावगी, कपड़ा उद्यमी, सूरत कपड़ा मंडी
भाजपा की जनसभा समेत अन्य कार्यक्रमों में कार्यकर्ताओं के दुपट्टे व टोपी की कुछ खासियत भी है। यह अमेरिकन कंपनी के साथ साझा रूप में तैयार किए पॉलिस्टर ट्िवल फेब्रिक्स पर बनाए जाते हैं। यह पॉलिस्टर ट्िवल फेब्रिक्स मक्का यार्न के रेशों से मिक्सिंग के साथ तैयार किया जाता है। इसे सिर पर लगाने से घुटन महसूस नहीं होती और दुपट्टे से पसीना भी सोख लिया जाता है।
कांग्रेस से भी आती है मांग, लेकिन कम : उत्पादकों की मानें तो भाजपा की तरफ से ही अधिक डिमांड आती है। कांग्रेस इस मामले में जहां चुनाव होते हैं, वहीं की कपड़ा मंडियों व व्यापारियों के भरोसे अधिक रहती है।