

राजेश लक्ष्मण गावड़े
मुख्य संपादक (जन कल्याण टाइम)
✈️ घटना का पूरा विवरण
तारीख व समय: यह घटना 18 जून 2025 को दोपहर लगभग 2:20–2:25 PM के आसपास रायपुर (स्वामी विवेकानंद अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट) पर हुई थी ।
क्या हुआ?
फ्लाइट ने समय पर लैंड किया, लेकिन लैंडिंग के बाद मुख्य दरवाज़ा (gate/door) एरोब्रिज से जुड़ने या खोलने में असमर्थ रहा, जिससे यात्री लगभग 30–40 मिनट तक विमान के अंदर ही फंसे रहे ।
इसमें कौन-कौन थे?
प्रमुख यात्री जिनके नाम सामने आए:
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
रायपुर की महापौर मीनल चौबे
कांग्रेस विधायक चतुरी नंद ।
इन नेतृत्व में होने के चलते यह घटना सुर्खियों में कई प्रमुख समाचार एजेंसियों की रिपोर्ट्स में रही।
यात्रियों की प्रतिक्रिया
महापौर मीनल चौबे के अनुसार दरवाज़ा खोलने में 30 मिनट से अधिक समय लगा, जिसके कारण यात्रियों में बेचैनी पैदा हुई ।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी बताया कि लगभग 40 मिनट तक विमान में फंसे रहने का अनुभव था ।
यात्रियों में घटना के दौरान हल्की घबराहट बनी हुई थी, खासकर हाल ही में अहमदाबाद में एयर इंडिया की दुर्घटना को देखते हुए ।

एयरलाइन व एयरपोर्ट का रुख
इंडिगो के प्रवक्ता ने कहा कि यह एक छोटी तकनीकी खामी थी। उन्होंने पुष्टि की कि:
- सभी सुरक्षा जांच पूरी की गईं
- दरवाज़ा खोलने के पश्चात यात्रियों को सुरक्षित रूप से विमान से उतारा गया
- एयरलाइन ने यात्रियों से होने वाली असुविधा के लिए क्षमा याचना की ।
एयरपोर्ट अधिकारियों ने भी इसे तकनीकी खामी करार दिया और इस संबंध में जांच शुरू की गई ।
सुरक्षा तथा चिंताएँ
यह घटना सार्वजनिक तौर पर एयर ट्रैवल के प्रबंधन और तकनीकी देखरेख पर गंभीर सवाल उठाती है ।
हालांकि इस दौरान कोई चोट या गंभीर खतरा नहीं हुआ, यात्रियों की भावनात्मक असुरक्षा और चिंता स्पष्ट थी ।
संक्षेप में
पहलू विवरण
✔ घटना तिथि व समय 18 जून 2025, ~2:20–2:25 PM
✔ फ्लाइट नंबर IndiGo 6E‑6313 (दिल्ली → रायपुर)
✔ समस्या दरवाजे का जाम होना, खुलना संभव न होना
✔ समयावधि करीब 30–40 मिनट तक विमान में फंसे यात्री
✔ प्रमुख यात्री भूपेश बघेल, मीनल चौबे, चतुरी नंद
✔ तत्काल वर्कअराउंड तकनीकी जांच के बाद दरवाज़ा खोला गया
✔ एयरलाइन की प्रतिक्रिया सुरक्षा जांच के बाद देरी, खेद की घोषणा
