मुंबई: पायधुनी पुलिस ने अपने 30 वर्षीय दोस्त की हत्या के आरोप में दो मूक-बधिर व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि विकलांग व्यक्ति की हत्या करने के बाद दोनों आरोपियों ने उसके शव को एक सूटकेस में भरकर तुतारी एक्सप्रेस ट्रेन से कहीं दूर ले जाकर ठिकाने लगाने की कोशिश की थी। हालांकि दादर रेलवे स्टेशन पर तैनात रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की सतर्कता से उनकी योजना विफल रही और वो पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि हत्या का मामला त्रिकोणी प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि, आरोपी शिवजीत सुरेंद्र सिंह और जय चावड़ा ने अपने सांताक्रूज के कलिना स्थित दोस्त अरशद अली शेख को दक्षिण मुंबई के पायधुनी इलाके में चावड़ा के आवास पर एक पार्टी में आमंत्रित किया था। तीनों शाम को मिले और खूब शराब पी बाद में दोनों आरोपियों ने शेख के सिर पर हथौड़े से हमला किया और उसकी मौत सुनिश्चित करने के लिए एक नुकीली चीज से वार किया था। जिसके बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए उन्होंने सूटकेस को रेलवे ट्रैक पर फेंकने या लंबी दूरी की ट्रेन में छोड़ने पर विचार किया।
दादर रेलवे स्टेशन पर जब दोनों सूटकेस को निकालने की कोशिश कर रहे थे, तभी एक आरपीएफ कांस्टेबल ने मदद की पेशकश की, लेकिन खून के धब्बे देखकर उसे शक हुआ। संदेह के आधार पर जीआरपी अधिकारियों ने उन्हें किनारे जाने को कहा, इसके बाद सिंह मौके से भाग गया जबकि चावड़ा को हिरासत में ले लिया गया था। जब सूटकेस खोला गया तो आरपीएफ कर्मियों को उसमें एक शव मिला। दादर जीआरपी ने शुरू में हत्या का मामला दर्ज किया था, लेकिन चूंकि घटना पायधुनी इलाके में हुई थी, इसलिए जांच को पायधुनी पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया है।
एक ही महिला से करते थे प्रेम
इस मामले में फरार आरोपी सिंह को उल्हासनगर से पकड़ा गया है। जांच में सामने आया कि, दोनों आरोपी एक ही महिला से प्रेम करते थे, लेकिन महिला की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। शेख द्वारा अपनी गर्लफ्रेंड की तस्वीरों के साथ चावड़ा को ब्लैकमेल करने के संभावित मकसद की भी जांच पुलिस कर रही है। चावड़ा टाइपिस्ट का काम करते थे और तीनों की मुलाकात विकलांग व्यक्तियों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में हुई थी, जहां वे दोस्त बन गए थे।