
शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने केंद्र सरकार से की मांग
उबाठा सांसद बना पाकिस्तानी सेना का प्रवक्ता

पी.वी.आनंदपद्मनाभन
ऑपरेशन सिंदूर और भारतीय सेना की वीरता के बारे में लोगों के बीच गलतफहमी फैलाने वाले उबाठा सांसद संजय राऊत और अरविंद सावंत की जांच हो। इसके साथ ही उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला भी दर्ज किया जाये। इस प्रकार की मांग शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने की है। भारतीय सेना की कार्रवाई के बारे में शंका व्यक्त करने वाले संजय राऊत और अरविंद सावंत इन दोनों सांसदों के मुंह से पाकिस्तानी भाषा निकल रही है। वे पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता बन गये हैं। इस प्रकार की कड़ी टिप्पणी सांसद म्हस्के ने की है। वे ठाणे में आयोजित पत्रकार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
सांसद म्हस्के ने आगे कहा कि भारतीय सेना की कार्रवाई पर पिछले दो दिनों से सांसद संजय राऊत और अरविंद सावंत संशयास्पद स्थिति निर्माण कर रहे हैं। पाकिस्तानी सेना, पाकिस्तानी नेताओं की भाषा राऊत और सावंत के मुंह से निकल रही है। ‘गिरे तो भी टांग ऊपर’ यह किसको उद्देशित कर कहा गया? इस प्रकार का दो टूक सवाल सांसद म्हस्के ने अरविंद सावंत से पूछा है। भारतीय एयरफोर्ट पूरी तरह से मुस्तैद और सक्षम है वह सिर्फ आदेश का इंतजार कर रही है। ‘गिरे तो भी टांग ऊपर’ जैसी टिप्पणी करना क्या भारतीय एयरफोर्ट का अपमान नहीं है? अरविंद सावंत को अपने इस बयान पर फौरन सफाई देनी चाहिए। इस प्रकार की चेतावनी सांसद म्हस्के ने दी है। भारतीय सेना हिंदुस्तान की सेना है। उस पर विश्वास रखने के बदले पाकिस्तानी भाषा क्यों बोल रहे हो? इन शब्दों में सांसद म्हस्के ने उबाठा के सांसद को जमकर फटकारा है।
भारतीय सेना के बारे में राऊत और सावंत द्वारा दिये गये बयान की देश के सभी नागरिक को कड़ी निंदा करनी चाहिए। इस प्रकार की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि 1971 में भारत ने पाकिस्तान पर जीत प्राप्त की थी। उस वक्त पाकिस्तानी समाचार पत्रों ने पाकिस्तान जीता, ऐसी घोषणा पाकिस्तानी सेना द्वारा की जा रही थी। उन समाचार पत्रों की प्रतियां सांसद म्हस्के ने इस दौरान पेश की। उस वक्त अटलबिहारी वाजपेयी, बालासाहेब ठाकरे इन प्रमुख विरोधी दलों के नेताओं ने प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका का सार्वजनिक रूप से समर्थन किया था। आज भी पाकिस्तान जीता है इस प्रकार का दावा पाकिस्तानी समाचारपत्रों में किया जा रहा है। लिहाजा विपक्षी दलों को 1971 की तरह आज भी केंद्र सरकार पर विश्वास करना चाहिए। तुम पाकिस्तानी सेना पर विश्वास रखोगे, अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प पर विश्वास रखोगे या फिर भारतीय सेना के दावों पर विश्वास करोगे? इस प्रकार का सवाल सांसद म्हस्के ने पूछा है। भारतीय सेना किसी पार्टी की नहीं बल्कि देश की सेना है। इसलिए तुम्हें भारतीय सेना पर विश्वास रखना ही चाहिए। सेना ने फोटो सहित, वीडियों सहित सबूत दिये इसके बावजूद तुम उसके बारे में गलतफहमी फैला रहे हो। यह इस तरह से सेना का अपमान है, देशद्रोह है। इस प्रकार की टिप्पणी सांसद म्हस्के ने की है।
आज राऊत के बयानों को देखने के बाद लगता है कि उन्हें पाकिस्तानी सेना का प्रवक्ता बना दिया गया है। संभवतः उन्हें किसी पाकिस्तानी अखबार का संपादक पद चाहिए ऐसा प्रतित होता है। इस प्रकार का कड़ा तंज सांसद म्हस्के ने कसा है। मुंबई में 2006 में लोकल ट्रेनों में हुआ विस्फोट और 2008 में मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले की घटना के वक्त राऊत को इंदिरा गांधी की याद क्यों नहीं आयी, इस प्रकार का दो टूक सवाल सांसद म्हस्के ने पूछा है। उस वक्त प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह थे, परंतु कामकाज सोनिया गांधी चला रही थीं। उस वक्त पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राईक क्यों नहीं किया गया। इस प्रकार का सवाल राऊत सोनिया गांधी से पूछने की हिम्मत दिखायेंगे क्या? यह सांसद म्ह्स्के ने पूछा है। भारतीय सेना की वीरता पर सवाल व शंका निर्माण करना देशद्रोह है। राऊत और सावंत के बयानों की जांच कर दोनों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। इस प्रकार की मांग सांसद म्हस्के ने की है।
बॉक्स –
रावलपिंडी या फिर लाहौर से चुनाव लड़ो!
संजय राऊत और अरविंद सावंत ने भारतीय सेना की वीरता पर संदेह व्यक्त किया है। सेना की वीरता पर गलतफहमी निर्माण कर राजनीति करने वाले राऊत और सावंत को यह किसी ग्राम पंचायत, जिला परिषद या फिर महानगरपालिका का चुनाव लग रहा है क्या? पाकिस्तान की भाषा बोलने वाले राऊत और सावंत को रावलपिंडी या फिर लाहौर से सांसद का चुनाव लड़ना है क्या? इस प्रकार का तीखा सवाल सांसद म्हस्के ने पूछा है।