

पी.वी.आनंदपद्मनाभन
मुंबई,
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव की पृष्ठभूमि में महाराष्ट्र सरकार और रक्षा बलों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में ‘वर्षा’ निवास पर आयोजित की गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार अब रक्षा बलों के साथ और अधिक समन्वय से कार्य करेगी।
राज्य की सुरक्षा और तैयारियों को लेकर हुई इस बैठक में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी उपस्थित थे। इस बैठक में राज्य की मुख्य सचिव सुजाता सौनिक, भारतीय सेना की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल पवन चड्ढा और कर्नल संदीप सील, नौसेना की ओर से रियर एडमिरल अनिल जग्गी और नौसेना कमांडर नितेश गर्ग, तथा वायुसेना की ओर से एयर वाइस मार्शल रजत मोहन शामिल हुए।
इसके अलावा बैठक में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI), जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT), बॉम्बे पोर्ट ट्रस्ट (BPT), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), एंटी-टेररिज़्म स्क्वॉड (ATS) और होमगार्ड के वरिष्ठ प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
बैठक में खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान, तकनीक के बेहतर उपयोग, एहतियाती उपायों और राज्य सरकार तथा रक्षा बलों के बीच एक तेज और प्रभावी समन्वय तंत्र विकसित करने पर चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने इस मौके पर कहा, “भारतीय सेना ने जिस ताकत और सटीकता के साथ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया, वह अभूतपूर्व है। मैं भारतीय सैन्य बलों को सैल्यूट करता हूं। मुंबई जैसा शहर अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत की आर्थिक राजधानी है। मुंबई पर हुए पूर्व हमलों के दौरान शत्रुओं ने आर्थिक शक्ति पर वार करने का प्रयास किया था। आने वाले समय में हमें पूरी ताकत से काम करना होगा।”
उन्होंने आगे कहा कि खुफिया जानकारी का समय पर आदान-प्रदान अत्यंत आवश्यक होगा और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में सभी एजेंसियों को विशेष सतर्कता बरतनी होगी। “राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और रक्षा बलों के अधिकारी मिलकर एकजुट होकर बेहतर समन्वय से कार्य करेंगे,” मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया।
इस बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव , अपर मुख्य सचिव , सचिव , गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव , पुलिस महानिदेशक , मुंबई पुलिस आयुक्त , मुंबई महापालिका के अतिरिक्त आयुक्त , नागरी सुरक्षा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक , खुफिया विभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक , आपदा प्रबंधन की अतिरिक्त मुख्य सचिव , मुंबई और उपनगरों के जिलाधिकारी समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।