

राजेश लक्ष्मण गावड़े
मुख्य संपादक (जन कल्याण टाइम)
(Rakesh Kumar B. Ashish से मिलते हैं)
Rakesh Kumar:
“अरे भाई… कल की पार्टी में आपका बेसब्री से इंतज़ार कर रहा था।
सब थे, बस आप ही नहीं आए!”
B. Ashish:
“अरे यार… कल ना मेरी BMW मेरे पास नहीं थी,
इसलिए नहीं आ पाया।”
Rakesh Kumar (हैरानी से):
“क्या बात कर रहे हैं! आपके पास BMW है?
भाई आप तो सच में VIP निकले!”
B. Ashish (मुस्कुराते हुए):
“अबे नहीं रे… तू इतना सीरियस क्यों हो रहा है?
BMW मतलब — बर्तन मांजन वाली!”
Rakesh Kumar (हँसते हुए):
“अरे बाप रे!
तो आप गाड़ी की नहीं, चिमटे और तवे की बात कर रहे थे?”
B. Ashish:
“हाँ भाई!
कल हमारी BMW छुट्टी पर थी,
और बीवी ने कह दिया —
आज आप ही मांजिए बर्तन!”
Rakesh Kumar:
“तो भाई आप पार्टी करते या
झूठे गिलासों की संगत में डूबते?”
B. Ashish:
“कल मैंने जो चमकाया ना…
सिर्फ बर्तन नहीं, अपना भविष्य भी!”
Rakesh Kumar:
“मतलब पूरी रात आप Scrubber और Vim Bar की साधना में लगे रहे?”
B. Ashish:
“और क्या!
इतना घिसा हूँ कि अब अगर कोई बोले –
‘आपके अंदर टैलेंट है’
तो मैं कहूंगा – ‘हाँ, बर्तन चमकाने का!’”
Rakesh Kumar:
“भाई, आज समझ आया कि असली BMW वही होती है
जो छुट्टी ना ले।”
B. Ashish:
“और असली सुपरस्टार वही होता है
जो बीवी की नजरों में फेल ना हो!”
Rakesh Kumar:
“तो अगली बार जब कोई बोले — ‘मेरे पास BMW है’,
तो पूछना —
‘भाई, वो तवे तक चमकाती है या सिर्फ प्लेट तक?’”
(दोनों हँसते हैं)
B. Ashish:
“BMW – बर्तन मांजन वाली!
और हाँ… इसे संभाल कर रखना,
क्योंकि अगर वो छुट्टी पर गई,
तो आपका भी ‘डिश-वॉशिंग डेब्यू’ पक्का है!”
Rakesh Kumar:
“Presented by – RLG Production🎬🎥
जहाँ हर बात में छुपी है जबरदस्त हँसी!”🤣🤣