

पी.वी.आनंदपद्मनाभन
मुंबई, महिलाओं के सशक्तिकरण योजनाओं को प्रभावीपूर्ण लागू करना और बाल विवाह को रोकने के लिए एक जन आंदोलन शुरू करना अत्यंत आवश्यक है। इसी संदर्भ में, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राज्य के प्रत्येक ग्राम पंचायत में विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाएगा, ऐसी जानकारी महिला एवं बाल विकास मंत्री आदिती तटकरे ने दी।
मंत्री आदिती तटकरे ने कहा कि इन विशेष ग्राम सभाओं का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों के लिए एक व्यापक जन आंदोलन खड़ा करना, गांव स्तर पर प्रभावी नीतियों को लागू कर उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाना और उनकी सुरक्षा के लिए ठोस उपाय लागू करना है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन, स्वयंसेवी संगठनों, महिला स्वयं सहायता समूहों, आंगनवाड़ी सेविकाओं, आशा सेविकाओं और नागरिकों से महिलाओं के उत्थान के लिए आगे आने की अपील की है।
महाराष्ट्र में महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तिकरण और मौलिक अधिकारों के लिए संघर्ष करने की ऐतिहासिक परंपरा रही है। राजमाता जिजाऊ माँ साहेब, पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर और क्रांति ज्योति सावित्रीबाई फुले के कार्यों से प्रेरणा लेकर आज भी शासन महिलाओं को न्याय और सुरक्षा दिलाने के लिए प्रयासरत है। प्रत्येक गांव और बस्ती तक महिलाओं और बच्चों के लिए चलाई जा रही योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए शासन प्रयास कर रही है।
इन विशेष ग्राम सभाओं के माध्यम से बाल विवाह, कठोर विधवा प्रथाओं को समाप्त करने और बेटियों के जन्मदर को बढ़ाने के लिए व्यापक जन जागरूकता फैलाई जाएगी।
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