

पी.वी.आनंदपद्मनाभन
मुंबई: महिला व बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने सभी संबंधित पक्षों से बच्चों की सुरक्षा, सशक्तिकरण और विकास के लिए एकजुट होकर काम करने की अपील की। उन्होंने बताया कि राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग को अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
‘बालस्नेही पुरस्कार 2024’ समारोह का आयोजन यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में किया गया। इस अवसर पर महिला व बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे, राज्य मंत्री मेघना बोर्डीकर, राज्य मंत्री पंकज भोयर, विधायक संजय केळकर, विधायक मनीषा कायंदे सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अपर महासंचालक अश्वती दोर्जे, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
आयोग की अध्यक्ष सुशीबेन शाह ने कहा कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए एक पारदर्शी प्रणाली आवश्यक है। उन्होंने बताया कि ‘चिराग ऐप’ विकसित किया गया है, जिससे बाल अधिकारों की जानकारी प्राप्त की जा सकती है और शिकायतें दर्ज की जा सकती हैं। आधुनिक तकनीक का उपयोग कर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

इस अवसर पर बाल संरक्षण जागरूकता पोस्टर और एक अद्यतन पुस्तिका का विमोचन किया गया। मंत्री अदिति तटकरे ने बताया कि यह पोस्टर सभी पुलिस थानों में लगाए जाएंगे, जिनमें QR कोड होगा, जिससे बाल अधिकार संरक्षण आयोग की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी।
आयोग शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और मूलभूत अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए जन्म से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए काम कर रहा है। राज्य सरकार आयोग को मजबूत करने और आधुनिक तकनीकों को बाल एवं महिला सुरक्षा सेवाओं में शामिल करने के लिए हर संभव समर्थन दे रही है।

समारोह के दौरान, बाल संरक्षण क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित किया गया, जिनमें शामिल हैं:
सर्वश्रेष्ठ जिलाधिकारी
सर्वश्रेष्ठ विशेष गृह
सर्वश्रेष्ठ दत्तक एजेंसी
सर्वश्रेष्ठ महिला व बाल विकास अधिकारी
सर्वश्रेष्ठ पुलिस अधीक्षक
सर्वश्रेष्ठ बाल कल्याण समिति
सर्वश्रेष्ठ आश्रय गृह
सर्वश्रेष्ठ काउंसलर और देखभालकर्ता
पुरस्कारों का उद्देश्य बाल संरक्षण, सुरक्षा, पुनर्वास और कानूनी सहायता में उल्लेखनीय योगदान देने वालों को प्रोत्साहित करना है, ताकि बच्चों के अधिकारों और कल्याण को और अधिक मजबूती मिले।
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