
बेंगलुरू। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सोमवार को कहा कि स्पैडेक्स उपग्रहों का डॉकिंग प्रयोग, जो 7 जनवरी को निर्धारित था, अब 9 जनवरी के लिए स्थगित कर दिया गया है। इसरो ने एक्स (Twitter) पर पोस्ट करते हुए बताया कि डॉकिंग प्रक्रिया में सोमवार को एक खामी पाई गई, जिसके बाद ग्राउंड सिमुलेशन के माध्यम से आगे के सत्यापन की आवश्यकता महसूस हुई।
स्पैडेक्स मिशन का महत्व
इसरो ने 30 दिसंबर 2024 को महत्वाकांक्षी स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट (स्पैडेक्स) मिशन का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया था। यह मिशन भारत को अंतरिक्ष डॉकिंग प्रौद्योगिकी में अग्रणी देशों की सूची में शामिल करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
डॉकिंग प्रौद्योगिकी का महत्व
अंतरिक्ष में डॉकिंग प्रौद्योगिकी आवश्यक होती है जब कई रॉकेटों का प्रक्षेपण करने की आवश्यकता होती है, ताकि मिशन के उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सके। इस मिशन के माध्यम से, भारत अंतरिक्ष डॉकिंग प्रौद्योगिकी रखने वाला दुनिया का चौथा देश बनने की दिशा में अग्रसर है। यह प्रौद्योगिकी भारत की आगामी अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण है, जैसे कि चंद्रमा पर भारत की मिशन, चंद्रमा से नमूना वापसी, और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (बीएएस) का निर्माण और संचालन।





