नई दिल्ली : देश की सबसे मशहूर टेलीकॉम कंपनी में से एक वोडाफोन आइडिया बीते कुछ समय से संकट का सामना कर रही थी। सोमवार को इस कंपनी ने अपनी वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के नतीजे जारी किए थे। इस आंकड़ों से पता चला है कि कर्ज के बोझ तले डूबी ये टेलीकॉम कंपनी का घाटा पहली तिमाही में कम हुआ है। ये घटकर 6,432.1 करोड़ रुपये हो गया है। बता दें कि ये घाटा कम होने के पीछे कंपनी के 4जी ग्राहकों की बढ़ी हुई संख्या है।
वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (वीआईएल) ने सोमवार को अप्रैल-जून तिमाही के नतीजे जारी करते हुए कहा कि वह हाल ही में जुटाए गए कोष के बाद 4जी कवरेज और क्षमता का विस्तार करने और 5जी सेवाएं शुरू करने की तैयारी में है। कंपनी का घाटा वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में 7,840 करोड़ रुपये और जनवरी-मार्च, 2024 की तिमाही में 7,674.6 करोड़ रुपये रहा था।
राजस्व प्रति ग्राहक भी बढ़ा
जून तिमाही में कंपनी का राजस्व सालाना आधार पर 1.3 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,508.3 करोड़ रुपये रहा। बीती तिमाही में वोडाफोन आइडिया का औसत राजस्व प्रति ग्राहक (एआरपीयू) 4.5 प्रतिशत बढ़कर 146 रुपये हो गया जबकि पिछले साल की पहली तिमाही में यह 139 रुपये था।
जल्द शुरू होगी 5जी सेवा
वोडाफोन आइडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अक्षय मूंदड़ा ने कहा, ‘‘हाल ही में इक्विटी जुटाने के बाद, हम अपने 4जी कवरेज और क्षमता के विस्तार के साथ 5जी सेवाएं शुरू करने की प्रक्रिया में हैं।”
क्रियान्वयन के स्तर पर
उन्होंने कहा कि कुछ पूंजीगत व्यय का आदेश पहले ही दिया जा चुका है और यह क्रियान्वयन के स्तर पर है। इससे दूरसंचार कंपनी को सितंबर, 2024 तक अपनी डेटा क्षमता में लगभग 15 प्रतिशत की वृद्धि और 4जी कवरेज में लगभग 1.6 करोड़ की वृद्धि होने की उम्मीद है। कंपनी का 30 जून, 2024 तक बैंकों और वित्तीय संस्थानों से कुल ऋण 4,650 करोड़ रुपये था जबकि वैकल्पिक रूप से परिवर्तनीय डिबेंचर 160 करोड़ रुपये थे।
समायोजित सकल राजस्व देनदारी
वीआईएल ने कहा, ‘‘पिछले एक साल में बैंकों और वित्तीय संस्थानों से ऋण में 45.5 अरब रुपये की कमी आई। जून तिमाही के अंत में नकदी और बैंक खाते में राशि 181.5 अरब रुपये थी। कंपनी ने कहा कि 30 जून, 2024 तक उसकी सरकार को 2,09,520 करोड़ रुपये की देनदारी थी। इसमें स्थगित स्पेक्ट्रम भुगतान देनदारी और समायोजित सकल राजस्व देनदारी शामिल है।





