मुंबई: कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर बड़ा आरोप लगाया गया है। फिल्म में सिखों के चरित्र का हनन करने का प्रयास किया गया है। सिखों की सर्वोच्च संस्था अकाल तख्त और शिरोमणि गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी ने फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर तत्काल रोक लगाने की मांग करते हुए दावा किया है कि इसमें सिखों का चरित्र हनन करने की कोशिश की गई है।
एसजीपीसी के प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने एक संवाददाता सम्मेलन में फिल्म की लेखिका, निर्देशक, निर्माता और शीर्ष अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने की भी मांग की। इंदिरा गांधी की हत्या में शामिल बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत खालसा का यह कहना है कि कंगना रनौत की नई फिल्म इमरजेंसी में सिखों को गलत तरीके से पेश किया गया है।
सरबजीत खालसा का मानना यह है कि इसमें ऑपरेशन ब्लू स्टार के दृश्यों में सिखों को आतंकवादी के रूप में दिखाया गया है और यह फिल्म नफरत भड़काने की एक साजिश लग रही है। ऐसे में सरकार को इस फिल्म के रिलीज होने से पहले इस पर ध्यान देना चाहिए। इसमें सिखों को आतंकवादी की तरह दिखाया जा रहा है।
अभिनेत्री एवं सांसद कंगना रनौत अभिनीत ‘इमरजेंसी’ अगले महीने 9 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म की रिलीज इससे पहले कई बार टल चुकी है। पहले इसका प्रदर्शन 24 नवंबर 2023 को किया जाना था। फिल्म के रिलीज पर कड़ी आपत्ति जताते हुए अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि फिल्म के जारी हुए अंशों से साफ है कि इसमें जानबूझकर सिखों की छवि गलत तरह से अलगाववादियों की दिखाई गई है जो एक गहरी साजिश का हिस्सा है।