मुंबई: महाराष्ट्र की महायुति सरकार की महत्वाकांक्षी ‘लाडली बहन’ योजना को लेकर जताई जा रही आशंकाओं के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विश्वास दिलाया है कि यह योजना हमेशा जारी रहेगी। छत्रपती संभाजीनगर जिले के सिल्लोड तहसील क्षेत्र में महिलाओं की एक बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राज्य सरकार ‘लाडली बहन’ योजना पर पिछले करीब एक साल से काम कर रही है।
छत्रपती संभाजीनगर जिले के सिल्लोड में विधायक अब्दुल सत्तार ने मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण अभियान और ‘मुख्यमंत्री माझी लाडली बहिन’ (लाडली बहन) योजना के प्रचार-प्रसार का कार्यक्रम रखा था। इस मौके पर सीएम शिंदे ने विपक्ष के आरोपों का मुंहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने पूछा कि आठ-नौ महीने पहले जब ‘लेक लाडकी’ योजना शुरू की गई थी तब क्या कोई चुनाव था? उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाए बिना कोई देश महाशक्ति नहीं बन सकता। जिस नारी शक्ति को हम दुर्गा कहते हैं, उसकी सिर्फ फोटो में पूजा नहीं करनी चाहिए, बल्कि उनके हाथों को मजबूत करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महायुति सरकार ने महिलाओं के लिए कई योजनाएं लागू की हैं। इन योजनाओं से प्रदेश की 2 करोड़ महिलाएं लाभान्वित हुई हैं। इन योजनाओं से सभी जाति की महिलाओं को लाभ मिलेगा। बजट में सरकार ने इस योजना के लिए 46,000 करोड़ का प्रावधान किया है। महायुति सरकार की मंशा नेक है।
‘सौतेले भाई’ लगा रहे नजर
इसी के साथ सीएम शिंदे ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि लाडली बहन योजना को ‘सौतेले भाई’ (विरोधी) नजर लगाने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्ष ने अदालत में जाकर योजना पर रोक लगाने की कोशिश की है, लेकिन अदालत प्यारी बहनों को न्याय देगी। ऐसा विश्वास व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दो साल पहले हमने विफल महाविकास अघाड़ी सरकार को उखाड़ फेंका। अब जनता समझदार हो गई है। प्यारी बहनों को पाखंडियों और सौतेले भाइयों से सावधान रहना चाहिए।
विपक्ष बता रहा चुनावी योजना
विपक्ष लाडली बहन योजना को चुनाव के मद्देनजर घोषित की गई योजना बता रहा है। शिवसेना उद्धव गुट के सांसद व प्रवक्ता संजय राऊत ने शुक्रवार को कहा था कि चुनाव के दौरान दो किस्तों का भुगतान करके सरकार बहनों का वोट ले लेगी और बाद में योजना बंद कर दी जाएगी।