वायनाड: केरल के वायनाड जिले में मंगलवार तड़के कई जगहों पर हुई भूस्खलन की घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 47 हो गई है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि अभी तक 47 शव बरामद किए गए हैं। जबकि 74 लोगों को बचाया गया है। वहीं कई लोगों के अब भी लापता होने की जानकारी सामने आई है। विनाशकारी भूस्खलन के मद्देनजर राज्य सरकार ने बचाव कार्यों के लिए भारतीय सेना की सहायता मांगी है।
राज्य सरकार ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कई दल, दो हेलीकॉप्टर और अन्य बचाव दल वायनाड में भूस्खलन के कारण पूरी तरह से कट गए मुंडक्कई के लिए रवाना हुए हैं। राज्य के राजस्व मंत्री के राजन ने बताया कि एनडीआरएफ की एक टीम मलबा हटाने के काम में जुटी है। राजन ने बताया कि कोल्लम, अरक्कोणम और बेंगलुरु से एनडीआरएफ की तीन और टीम भी वहां पहुंच रही हैं।
सेना से मांगी गई मदद
केरल के वायनाड जिले में हुए भूस्खलन के मद्देनजर राज्य सरकार ने बचाव कार्यों के लिए भारतीय सेना की सहायता मांगी है। एक रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि 122 इन्फैंट्री बटालियन (टीए) मद्रास की सेकेंड-इन-कमांड के नेतृत्व में 43 कर्मियों की एक टीम को बचाव प्रयासों में सहायता के लिए तैनात किया गया है। इस टीम में एक चिकित्सा अधिकारी, दो जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) और 40 सैनिक शामिल हैं, जो प्रभावित क्षेत्र में महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करेंगे।
नरेंद्र मोदी ने लोगों की मौत पर जताया दुख
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूस्खलन की घटनाओं में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को संकट से निपटने के लिए केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘वायनाड में कुछ जगहों पर भूस्खलन की खबर से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजन को खोया है और जो घायल हुए हैं, मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। प्रभावित लोगों की मदद के लिए बचाव अभियान जारी है।”
मोदी ने लिखा, ‘‘केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन से बात की और वहां उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।”