एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बनीं मुंबई की काम्या कार्तिकेयन

Date:

Share post:

मुंबई में रहनेवाली काम्या कार्तिकेयन दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बन गई हैं। उन्होंने यह उपलब्धि 16 साल की उम्र में हासिल की है। भारतीय नौसेना अधिकारी की बेटी काम्या मुंबई के नेवी चिल्ड्रन स्कूल में बारहवीं की छात्रा हैं। उनके पिता कमांडर एस. कार्तिकेयन भारतीय नौसेना में अधिकारी हैं।
6 सबसे ऊंची चोटियों पर कर चुकी हैं चढ़ाई​
पिता -पुत्री की इस जोड़ी ने 20 मई 2024 को नेपाल की ओर से माउंट एवरेस्ट (8849 मीटर) की चढ़ाई सफलतापूर्वक पूरी की। काम्या ने सात महाद्वीपों में से छह सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ाई करने में सफलता पाई है। उनका लक्ष्य इस साल दिसंबर में अंटार्कटिका के माउंट विंसन मैसिफ पर चढ़ना है, ताकि वह दुनिया की सात सबसे ऊंची चोटियों को फतेह करने की चुनौती पूरा करने वाली सबसे कम उम्र की लड़की बन सकें।
2015 से शुरू हुआ सफर​
काम्या ने हिमालय में पर्वतारोहण की शुरुआत 2015 में सात साल की उम्र में चंद्रशीला चोटी (12,000 फीट) को फतह करने के साथ की। अगले साल, उन्होंने हर-की दून (13,500 फीट), केदारकांठा पीक (13,500 फीट) और रूपकुंड झील (16,400 फीट) जैसे स्थानों की कठिन चढ़ाई की। मई 2017 में नेपाल में एवरेस्ट आधार शिविर (17,600 फीट) तक की चढ़ाई की और यह उपलब्धि हासिल करने वाली दूसरी सबसे कम उम्र की लड़की बनीं। काम्या ने मई 2019 में भृगु झील (14,100 फीट) तक की चढ़ाई की और हिमाचल प्रदेश में सार दर्रे (13,850 फीट) को पार किया।
​12वीं में पढ़ती हैं काम्या​
नौसेना अधिकारी की बेटी काम्या मुंबई के नौसेना बाल विद्यालय में बारहवीं कक्षा की छात्रा हैं। नौसेना की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘इस सफलता के साथ ही काम्या दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ाई करने वाली दुनिया की दूसरी सबसे कम उम्र की लड़की और नेपाल की ओर से एवरेस्ट फतह करने वाली सबसे कम उम्र की पहली भारतीय पर्वतारोही बन गई हैं।’
​टीएसएएफ ने जताई खुशी​
टीएसएएफ के अध्यक्ष चाणक्य चौधरी ने एक बयान में कहा, ‘इतनी कम उम्र में माउंट एवरेस्ट को फतह करने की काम्या कार्तिकेयन की असाधारण उपलब्धि पर हमें बेहद गर्व है। उनकी यात्रा दृढ़ता, सावधानीपूर्वक तैयारी और अटूट दृढ़ संकल्प की भावना का प्रमाण है।’ उन्होंने कहा कि वह हर जगह युवा साहसी लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं, जिसने साबित किया है कि समर्पण और सही सहयोग के साथ, सबसे महत्वाकांक्षी सपनों को भी साकार किया जा सकता है।

Related articles

जिल्हाधिकारी कार्यालयाच्या अधिनस्त महसूल कार्यालयांमार्फत पुरविण्यात येणाऱ्या सेवांचा नागरिकांनी लाभ घ्यावा*

पी.वी.आनंदपद्मनाभन* ठाणे, राज्यातील नागरिकांना जास्तीत जास्त शासकीय सेवा मोबाईलच्या माध्यमातून उपलब्ध झाल्या पाहिजेत. त्यासाठीची ऑनलाईन प्रणाली विकसीत करा, अशी...

सैफ अली खान पर हमला करने वाले व्यक्ति को पुलिस ने किया गिरफ्तार

अभिनेता सैफ अली खान पर एक घुसपैठिये ने चाकू से हमला किया था, जिससे उनकी गर्दन और रीढ़...

‘Zero Pendency and Daily Disposal’ Initiative to Resolve Pending Files in Higher and Technical Education Department

P.V.Anandpadmanabhan Mumbai, Jan 16 : The Higher and Technical Education Department is effectively implementing the Zero Pendency and Daily...