अहमदाबाद: गुजरात की पेपरलेस विधानसभा आज से शुरू हो गई है. सत्र की शुरुआत से ही कांग्रेस विधायक आक्रामक मूड में नजर आए, सत्र की कार्यवाही शुरू होने के बाद प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष के विधायक तुषार चौधरी ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और अपराध दर पर सवाल उठाया. इसके अलावा विधायक शैलेश परमार ने भी सदन में सवाल उठाते हुए राज्य सरकार को घेरने की कोशिश की. गृह मंत्री हर्ष संघवी ने दोनों विपक्षी विधायकों के सवालों का जवाब दिया.
कांग्रेस विधायक तुषार चौधरी ने एनसीआरबी का आंकड़ा पेश किया
कांग्रेस विधायक तुषार चौधरी ने एनसीआरबी (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) द्वारा जारी महिलाओं पर बलात्कार और अत्याचार के आंकड़े पेश किए और सवाल किया कि राज्य में हर साल 550 महिलाओं के साथ बलात्कार होता है. हर महीने 45 महिलाओं के साथ बलात्कार होता है और हर महीने 100 महिलाओं पर हमला होता है. क्या राज्य सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई समिति बनाई है या नहीं? क्या राज्य सरकार कोई कमेटी बनाना चाहती है या नहीं? कांग्रेस विधायक शैलेश परमार ने भी सरकार से जानकारी मांगी कि महिला सुरक्षा के लिए कमेटी का गठन कब किया जाएगा.
गृह मंत्री ने कहा कि हम महिला सुरक्षा के लिए जल्द कमेटी बनाएंगे
दोनों कांग्रेस विधायकों के सवालों के जवाब में गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि रेप के 11 आरोपियों को मौत की सजा दी गई है. रेप जैसे अपराध में 68 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. राज्य पुलिस ने बलात्कार जैसे अपराध के लिए 24 घंटे के भीतर आरोप पत्र दायर किया है. सूरत में रेप के आरोपी को 60 दिन में मौत की सजा सुनाई गई.
गृह मंत्री हर्ष संघवी ने दोनों विपक्षी विधायकों के सवालों का जवाब देते हुए सदन को बताया कि देश के अन्य राज्यों की तुलना में गुजरात में अपराध दर बहुत कम है. देश में अपराध दर 4.8 प्रतिशत है जबकि गुजरात में अपराध दर 1.8 प्रतिशत है. कांग्रेस विधायक शैलेश परमार के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने आगे कहा कि महिला सुरक्षा समिति का गठन 2014 और 2017 में हुआ था लेकिन समिति का कार्यकाल समाप्त हो चुका है. हम महिला सुरक्षा के लिए जल्द ही कमेटी बनाएंगे. गुजरात में बीजेपी सरकार ने महिलाओं को सुरक्षा दी है.