सूरत. सूरत सोने के तस्करों के लिए हब बनता जा रहा है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से सूरत में सोने की तस्करी लगातार बढ़ रही है। आरटीआइ के तहत एयरपोर्ट ओथोरिटी की ओर से जारी किए गए आंकड़े कुछ ऐसे ही संकेत दे रहे हैं। आंकड़ों की मानें तो पिछले चार वर्षों के दौरान सूरत अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर यूएई से तस्करी कर लाया गया 20 किलो से अधिक सोना पकड़ा जा चुका है। जिसकी कीमत करीब 9.85 करोड़ रुपए आंकी गई है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में 2.45 करोड़ रुपए का सोना पकड़ा गया था। उसके बाद कोरोना से प्रभावित अगले दो वर्षो के दौरान सूरत से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें अधिकांश समय बंद रही। 2022-23 में हालात सामान्य हुए तो सोने की तस्करी भी बढ़ गई। इस बार 4.53 करोड़ का सोना पकड़ा गया। चालू वित्त वर्ष में भी अभी तक 2.73 करोड़ का सोना पकड़ा जा चुका है।
अधिकतर तरल रूप में लाया जाता है सोना
जानकारों की माने तो यूएई के शारजाह व सूरत के बीच प्रति सप्ताह तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानें होती हैं। सोने की तस्करी के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों ने यूएई व सूरत के बीच तस्करी का रैकेट बना रखा है। इस रैकेट से जुड़े कुछ लोग यूएई में रहते हैं। वहीं, कुछ सूरत में सक्रिय रहते हैं। सूरत से जरुरतमंद लोगों को शारजाह-दुबई की सैर के साथ रुपए का प्रलोभन देकर दुबई भेजा जाता है। मेटल डिटेक्टर से बचने के लिए वहां मौजूद लोग विशेष रसायन मिला कर ठोस सोने को तरल (पेस्ट) बना देते हैं। फिर उन्हें जूतों, अंडरवियर समेत विभिन्न चीजों में छिपा कर इन युवकों को देते हैं। युवक लौटते समय वह सोना भारत ले आते हैं। गुप्तागों व पेट में छिपा कर भी सोने की तस्करी होती है।

