नई दिल्ली : अगले कुछ महीनों में होने वाले लोकसभा के चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) और बजट (Budget 2024) को लेकर इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि प्रमुख तेल कंपनियां तेल विपणन में हुए मुनाफे को देखते हुए अपने दामों में कटौती (Diesel Petrol Prices Decrease) कर सकती हैं। इसलिए फरवरी महीने में लगभग 10 रूपए तक पेट्रोल और डीजल के दाम घटाने की संकेत मिल रहे हैं।
अगले माह फरवरी में डीजल-पेट्रोल के दाम में कटौती का ऐलान करने की उम्मीद जताई जा रही है। सरकारी तेल विपणन कंपनियां इसके लिए एक्सरसाइज कर रही हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि अगले महीने 5 से 10 रूपए प्रति लीटर तक डीजल-पेट्रोल के दामों में कमी की जा सकती हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि तेल कंपनियों ने मुनाफे को देखते हुए इस तरह की राहत देने की तैयारी की है। इस मामले से जुड़े अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि तेल विपणन कंपनियां वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में तगड़ा मुनाफा कमा चुकी हैं। यह दिसंबर 2023 की तिमाही में 75000 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। दूसरी तिमाही तक तीन कंपनियों का संयुक्त रूप से शुद्ध मुनाफा 57091 करोड़ रूपया हुआ है, जो पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 के 1137 करोड रुपए से 4917% अधिक बताई जा रहा है।
सीलिए अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि तेल कंपनियों ने यह छूट ग्राहकों को देने की तैयारी करनी शुरू कर दी है। जानकारी में यह भी बताया जा रहा है कि प्रमुख सरकारी तेल कंपनियों की बाजार में हिस्सेदारी लगभग 90% है। इन कंपनियों ने 18 महीने में डीजल-पेट्रोल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया है, लेकिन अब चुनावी सीजन में इसकी संभावना जताई जा रही है। ऐसा भी बताया जा रहा है कि इन कंपनियों के नुकसान की भरपाई हो चुकी है और कंपनियां मुनाफे की स्थिति में आ गई हैं। ऐसे में दामों में कमी संभव है।
कुछ विशेषज्ञों का मानना है अस्थिर राजनीतिक हालात और तेल उत्पादक देशों के कड़े रुख के बावजूद आने वाले समय में तेल की कीमतों में उछाल की उम्मीद नहीं है। सरकार ने अगस्त में घरेलू एलपीजी की कीमत में कटौती के बावजूद अक्टूबर में छूट बढाई थी। इससे संकेत मिलता है कि सरकार पेट्रोल डीजल की कीमतों में कटौती के खिलाफ नहीं है। अगले साल आम चुनाव होने हैं। इसके पहले इस तरह की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
ये हैं दाम घटने के कारण
इन पांच कारणों से तेल के दाम कम हो सकते हैं..
- कच्चे तेल की कीमतों में आई नरमी
- प्रमुख तेल कंपनियों ने जमकर कमाया है मुनाफा
- सरकार ने डीजल पर विडफॉल टैक्स घटा दिया है
- घरेलू एलपीजी सिलेंडर के की कीमतों में कमी
- चुनावी सीजन में जनता को लुभाने की कोशिश
अधिकारियों का दावा है कि कंपनियों की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी करने के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम में कटौती करने पर विचार करेंगी। हिंदुस्तान पैट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड में घोषणा की है कि वह 27 जनवरी को अपने तीसरी तिमाही के नतीजे जारी करेगी। इसके अलावा इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड के भी इसी दौरान रिजल्ट आने की उम्मीद है। इसी के नतीजे के बाद इस पर विचार किया जा सकता है।