
बिहार में के बाद महागठबंधन को झारखंड में भी झटका लगने वाला है। अब बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में भी बड़ी सियासी अटकलें शुरू हो गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐसी संभावना जताई जा रही है कि हेमंत सोरेन पाला बदल सकते हैं और कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा के नेतृत्व वाले NDA के साथ मिलकर सरकार बना सकते हैं। रिपोर्ट्स के हवाले से ये भी खबर सामने आई है कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने हाल ही में दिल्ली में भाजपा के एक शीर्ष नेता से मुलाकात भी की है।
हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन की भाजपा के शीर्ष नेता के साथ मुलाकात की खबरों ने राजनीतिक अटकलों को तेज कर दिया है। रिपोर्ट्स से मालूम चला है कि दोनों की भाजपा नेता के साथ मुलाकात एक नियमित शिष्टाचार भेंट से कहीं ज्यादा था। अंदरूनी सूत्रों ने ये जानकारी भी दी है कि भाजपा और JMM के बीच संभावित समझ को बनाने के लिए आधार तैयार हो चुका है। इस बीच झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार ने मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की है। इस मामले में एक बार फिर झारखंड की राजनीति में सियासी हलचल तेज हो गई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से इन अटकलों के बीच प्रतिक्रिया आई है. वहीं इन कयासों के बीच कांग्रेस और बीजेपी की ओर से बयान सामने आया. झारखंड मुक्ति मोर्चा के एक्स हैंडल से आए नए ट्वीट ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. इन सभी कयासों के बीच पार्टी की ओर से पोस्ट में लिखा गया, “झारखंड झुकेगा नहीं.” पार्टी के इस ट्वीट ने राज्य में चल रही अटकलों को और हवा दे दी.ऐसे समय में पार्टी की तरफ से इस तरह का बयान आना राजनीतिक तौर पर अहम हो गया है. इस बयान के बाद अब कयासों ने तूल पकड़ ली है. इससे साफ जाहिर होता है कि हेमंत सोरेन के बिहार चुनाव में महागठबंधन की ओर से सीट न मिलने के बाद अंदरूनी मतभेद चल रहे हैं. कुणाल सारंगी ने आगे लिखा, “इनके नेतागण जान चुके है कि अगले 20 साल बीजेपी झारखंड की सत्ता के केंद्र में नहीं लौटेगी. इसलिए हर रोज एक नया शिगूफा-हर रोज एक नया सपना. पर सब ये जान लें, झारखंड ना झुका था-ना झुकेगा.”

