
नमस्कार प्यारे दर्शकों,
सबको मेरा प्रणाम। मैं हूं — आपका अपना राजेश भट्ट, मुंबई से। आज मैं आप सबके सामने एक ऐसा संदेश लेकर आया हूं जो छोटे-छोटे शब्दों में बड़ा बदलाव ला सकता है। यह कोई दीर्घ लेख नहीं — बस कुछ सच्ची बातें, जो दिल से निकलती हैं और दिल तक पहुंचती हैं।
हम में से हर किसी के जीवन में कभी न कभी अँधेरा आता है — काम न बने, सपने टूटें, लोग साथ छोड़ दें। पर याद रखिए: अँधेरा अस्थायी है। हर शाम के बाद सुबह आती है; हर गिरावट के बाद उठने की ताकत हमारे भीतर ही होती है। असली जीत उनसे मिलती है जो मुश्किलों में भी मुस्कुराने का हुनर रखता है।

तीन बातें हैं जो आज मैं आपसे शेयर करना चाहता हूँ — यदि आप इन्हें अपनाएँ तो जीवन की दिशा बदल सकती है:
- आशा (Hope):
आशा वह दीपक है जो अंदर जलता है। जब आप उसकी लौ बनाए रखते हैं, रास्ते खुद ही आसान होते चले जाते हैं। अपने सपनों को जिंदा रखें — चाहे लोग कहें ‘यह नहीं हो सकेगा’ — पर आपकी आशा कहेगी ‘मैं कोशिश करूँगा’। - मेहनत (Effort):
काबिलियत केवल सोचने से नहीं आती, उसे मेहनत से तराशना पड़ता है। रोज़ का एक छोटा कदम बड़ी जीत का बीज होता है। अगर आप हर दिन कुछ नया सीखते हैं, थोड़ा और बढ़ते हैं — तो समय आपका साथ देगा। - विश्वास और धैर्य (Faith & Patience):
विश्वास बनाए रखें — खुद पर, अपने इरादों पर। और धैर्य रखें — सफलता अक्सर देर से आती है पर निष्कलंक होकर आती है। उसी धैर्य में आपकी असली विजय छिपी होती है।
एक छोटी सी बात और — तुलना करना बंद कर दीजिए। हर इंसान का सफर अलग है; आपका समय अलग है। अपने लक्ष्य पर फोकस रखिए, अपनी प्रगति की जाँच पिछली स्थिति से कीजिए — न कि किसी और से।

अब एक छोटा-सा अभ्यास करें:
हर सुबह उठकर 5 मिनट अपने लिए निकालिए — साँस पर ध्यान दीजिए, आज के लिए 1 छोटा लक्ष्य तय कीजिए और उसे पूरा करने का वादा खुद से कीजिए। शाम को जब आप बिस्तर पर जाएँ, उस छोटे लक्ष्य को पूरा करने की खुशी में मुस्कुराइए। यह छोटी आदतें मिलकर बड़े बदलाव कर देती हैं।

दोस्तों, जीवन हमें बार-बार परखता है — वही नहीं जो गिरा, बल्कि वह जो बहादुरी से उठता है — वह महान बनता है। अपनी गलतियों से सीखिए, अपने छोटे-छोटे सफलताओं का जश्न मनाइए और दूसरों के लिए प्रेरणा बनिए। एक छोटे से प्रेरक कदम से आप अपने परिवार, मित्र और समाज की ज़िंदगी भी बदल सकते हैं।
समाप्ति में — याद रखिए:
आपमें वो ताकत है जो किसी भी अँधेरे को रोशन कर सकती है। एक छोटी आशा, सच्ची मेहनत और अटूट विश्वास से आप अपनी कहानी का नायक बन सकते हैं।

जय हिन्द। जय जीवन।
— राजेश भट्ट, मुंबई

(प्रस्तुति: जन कल्याण टाइम न्यूज़, मुंबई)
(प्रेस फ़ोटोग्राफ़र: धनंजय राजेश गावड़े)

