सुरगाना ग्रामीण रुग्णालय में लापरवाही की हद: न सफाई, न सुरक्षा, न व्यवस्था!

Date:

Share post:

JKT.ब्यूरो भास्कर.एस.महाले
महाराष्ट्र।। जिला नाशिक सुरगाना तालुका का ग्रामीण रुग्णालय इस समय बदहाल व्यवस्था और लापरवाहियों का शिकार है। अस्पताल में न तो सफाई की व्यवस्था है, न मरीजों की सुरक्षा का ख्याल, और न ही प्रशासन की गंभीरता नजर आ रही है। आम जनता में इस हालात को लेकर भारी नाराजगी है।गंदगी और दुर्गंध से परेशान मरीज ,अस्पताल के चारों ओर गंदगी फैली हुई है। इस्तेमाल की गई सिरिंज, खुले में पड़ा मेडिकल कचरा, और गंदे शौचालयों के कारण मरीजों को गंभीर संक्रमण का खतरा बना हुआ है।

मरीजों और उनके परिजनों का कहना है कि, अस्पताल में इलाज कराने जाना अब खुद एक जोखिम बन चुका है।ब्लड टेस्ट रूम में सुरक्षा नियमों का उल्लंघन,ब्लड टेस्ट रूम में न कोई कर्मचारी मास्क पहने नजर आया और न ही हैंड ग्लव्स का इस्तेमाल हो रहा था। यह ना सिर्फ मरीजों, बल्कि खुद कर्मचारियों की सेहत के लिए खतरा है।कचरा उठाने को कोई तैयार नहीं,साफ किए गए कूड़े से भरे डस्टबिन जमा कूड़ा कचरा अस्पताल कें परिसर में ही बरसात कें पाणी में सड़ रहा हैं। कर्मचारी बताते हैं कि ” सुरगाना नगर पंचायत की घंटा गाड़ी कचरा उठाने नहीं आई। बिना भुगतान के वे कचरा नहीं उठाते।”इस पर अस्पताल कें कर्मचारियों ने बताया,”हमारी चार महीनों की सैलरी बकाया है, फिर भी हम सेवा दे रहे हैं। लेकिन नगर पंचायत वाले हमारी हालत नहीं समझते।

जब इस अव्यवस्था और गंदगी के बारे में अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. चौधरी जी से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि , जो भी शिकायत है, पहले कागज पर लिखकर दो, तभी कुछ किया जाएगा। इस जवाब ने लोगों की नाराजगी और बढ़ा दी। “क्या अब अस्पताल की सफाई के लिए भी एप्लिकेशन देना पड़ेगा?” — यही सवाल मरीजों और परिजनों के मन में गूंज रहा है।शिक्षित होकर भी लापरवाही क्यों?स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल में पढ़े-लिखे स्टाफ मौजूद हैं,

फिर भी इतनी लापरवाही क्यों? प्रशासन क्या सिर्फ कागजी खानापूर्ति के लिए है?अब इंतजार है कार्रवाई का स्वास्थ्य सेवाओं की ऐसी स्थिति में सवाल उठना लाजमी है — जब एक सरकारी अस्पताल में भी साफ-सफाई और सुरक्षा नहीं है, तो आम नागरिक अपनी सेहत की उम्मीद किससे करे?सुरगाणा तालुका कें युवा जल्द हीं अस्पताल कें स्वच्छता संदर्भ में वरिष्ठ अधिकारीयो को पत्र लिखेंगे अब देखना यह है कि, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन इस गंभीर मामले में क्या ठोस कदम उठाते हैं।

Related articles

झगड़े के बाद बाइक से उतरकर पैदल ही मायके चली गई महिला, गुस्साए पति ने काट डाला 4 साल की जुड़वां बेटियों का गला

आरोपी से पूछताछ करने के बाद, अंधेरा पुलिस ने अपनी फोरेंसिक टीम को उस जंगल में भेजा जहां...

उत्तरी कैरिबियन में तूफान मेलिसा, बाढ़ का खतरा; जापान ने नए कार्गो यान का किया सफल प्रक्षेपण

पश्चिम एशिया में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने दो और संयुक्त राष्ट्र कर्मियों को अगवा किया है। यमन...

✨🌸 The Importance of Time and Speech 🌸✍️ Written by: Rajesh Laxman Gavade📰 Editor-in-Chief, Jan Kalyan Time News, Mumbai💫 “Time and Speech – The...

राजेश लक्ष्मण गावड़े मुख्य संपादक जन कल्याण टाइम 🕊️ The Power of Words In a person’s life, words hold immense...

✨🌸 वक्त और वाणी की अहमियत 🌸✍️ लेखक: राजेश लक्ष्मण गवाड़े📰 Editor-in-Chief, Jan Kalyan Time News, Mumbai💫 “वक्त और वाणी – जीवन का असली...

राजेश लक्ष्मण गावड़े मुख्य संपादक जन कल्याण टाइम मनुष्य के जीवन में शब्दों का महत्व बहुत गहरा होता है।कभी-कभी...