
मुंबई। सिंधुदूर्ग जिले के ऐतिहासिक मालवण किले में रविवार को छत्रपति शिवाजी महाराज की नई प्रतिमा का लोकार्पण मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया। उन्होंने कहा कि यह प्रतिमा किसी भी वातावरण में कम से कम 100 वर्षों तक मजबूती से टिकी रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मालवण किले में प्रतिमा के गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद रिकॉर्ड समय में नई प्रतिमा की स्थापना की गई। उन्होंने बताया कि यह प्रतिमा तूफानों की तीव्रता का अध्ययन करने के बाद स्थापित की गई है और इसके रखरखाव की जिम्मेदारी अगले 10 वर्षों तक ठेकेदार के पास रहेगी। फडणवीस ने जोर देते हुए कहा, “हमने किसी भी परिस्थिति में महाराज की प्रतिमा पुनः स्थापित करने का निर्णय लिया था और वह कार्य अब सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।”
पिछली प्रतिमा तूफान में गिरी थी, अब विशेष धातुओं से बनी है नई प्रतिमा
पिछले वर्ष मालवण किले में स्थापित शिवाजी महाराज की प्रतिमा एक तूफान में गिर गई थी। अब उसी स्थान पर नई प्रतिमा को अधिक मजबूती के साथ स्थापित किया गया है।
मूर्तिकार अनिल सुतार ने जानकारी दी कि पुरानी प्रतिमा लोहे से बनी थी, जो कुछ ही महीनों में जंग खा गई। उन्होंने बताया कि नई प्रतिमा कांस्य और जस्ता जैसी टिकाऊ धातुओं से बनाई गई है। यही धातुएं डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा निर्माण में भी उपयोग की जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा की ऊंचाई 60 फीट है, जबकि तलवार तक इसकी कुल ऊंचाई 93 फीट तक पहुँचती है। प्रतिमा को जिस मंच पर स्थापित किया गया है, उसकी ऊंचाई 10 फीट है।



