

राजेश लक्ष्मण गावड़े
मुख्य संपादक (जन कल्याण टाइम)
“कई बार हम सबकी ज़िंदगी में एक ऐसा लम्हा आता है…
जहाँ हम किसी को टूटकर चाहते हैं – मगर वो हमें छोड़ देता है।
दिल टूटता है… और साथ ही हमारी उम्मीद भी।
लगता है अब कुछ बचा ही नहीं…”
“हाँ, प्यार में हारना आसान नहीं होता।
वो खालीपन, वो चुप्पी… जो बाहर से नहीं, अंदर से चिल्ला रही होती है।
और जब ये सब होता है, तो लगता है कि हम अब कभी जीत ही नहीं पाएंगे।”
“लेकिन सच्चाई ये है दोस्तों –
हार का मतलब अंत नहीं होता, वो तो शुरुआत होती है।
एक नई सोच की, एक नए सफ़र की, एक नए ‘खुद’ की।
जिसने तुम्हें छोड़ा, वो तुम्हारे क़ाबिल नहीं था…
पर अब वक्त है खुद को अपनाने का, खुद से प्यार करने का।”
“और भाई… जो चला गया है,
उसके लिए क्या रोना?
अगला आएगा – और वो तब आएगा जब तुम सबसे ज़्यादा चमक रहे होगे।
तब वो खुद कहेगा – ‘ओह! मैं तो बहुत लेट हो गया!'”
“तो अगर तुम प्यार में हारे हो –
तो समझ लो ज़िंदगी तुम्हें और बड़ा बनाने की तैयारी में है।
उठो… मुस्कुराओ… और खुद से कहो –
‘मैं टूटा नहीं हूँ… मैं फिर से बन रहा हूँ – और पहले से बेहतर।'”
‘जो प्यार में हारता है – वो ज़िंदगी जीतने की सबसे बड़ी वजह बनता है।'”
Presented by – RLG Production | Voice of: B. Ashish 🔥💔

