

राजेश लक्ष्मण गावड़े
मुख्य संपादक (जन कल्याण टाइम)
यह भारत में पहली बार हुआ है कि किसी ट्रेन में एटीएम मशीन स्थापित की गई है। इस सुविधा का उद्देश्य यात्रियों को यात्रा के दौरान नकदी की कमी से होने वाली परेशानियों से राहत दिलाना है। आइए, इस सुविधा के पूरे विवरण, इसके लागू होने की तारीख और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी को विस्तार से समझते हैं।
सुविधा का विवरण
कहां शुरू हुई यह सुविधा?
यह सुविधा सबसे पहले पंचवटी एक्सप्रेस में शुरू की गई है, जो नासिक के मनमाड और मुंबई के बीच चलती है। एटीएम को ट्रेन के एसी कोच में स्थापित किया गया है, ताकि यात्री आसानी से इसका उपयोग कर सकें।
कैसे काम करता है यह एटीएम?
एटीएम को कोच के पिछले हिस्से में अस्थायी पेंट्री स्पेस में लगाया गया है। इसे शटर डोर से कवर किया गया है ताकि सुरक्षा सुनिश्चित हो। यात्रियों को जरूरत पड़ने पर इस एटीएम से आसानी से नकदी निकालने की सुविधा मिलेगी।
कौन सा बैंक है इसके पीछे?
इस परीक्षण के लिए बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने एटीएम उपलब्ध कराया है। यह एक सामान्य एटीएम की तरह काम करता है, जिसमें यात्री अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके पैसे निकाल सकते हैं।
सुरक्षा और तकनीकी बदलाव
एटीएम को ट्रेन में स्थापित करने के लिए विशेष तकनीकी बदलाव किए गए हैं। मनमाड रेलवे वर्कशॉप में इस मशीन को ट्रेन के कोच के अनुकूल बनाया गया। साथ ही, सुरक्षा के लिए एटीएम को मजबूत शटर डोर से सुरक्षित किया गया है।
कब से लागू हुई यह सुविधा?
यह सुविधा 16 अप्रैल, 2025 से पहले शुरू हो चुकी है, क्योंकि इस तारीख को विभिन्न स्रोतों में इसकी चर्चा हो रही थी।
वर्तमान में यह सुविधा ट्रायल मोड में है। यानी, इसे पहले पंचवटी एक्सप्रेस में परीक्षण के तौर पर शुरू किया गया है, और इसके सफल होने के बाद इसे अन्य ट्रेनों में भी लागू करने की योजना है।
यात्रियों को होने वाले फायदे
नकदी की समस्या का समाधान:
कई बार यात्री ट्रेन में नकदी ले जाना भूल जाते हैं या उनके पास पर्याप्त कैश नहीं होता। ऐसे में यह सुविधा उन्हें तुरंत पैसे निकालने की सुविधा देगी, जिससे छोटे-मोटे खर्चों के लिए परेशानी नहीं होगी।
दूरदराज के यात्रियों के लिए वरदान:
विशेष रूप से ग्रामीण या दूरदराज के इलाकों से यात्रा करने वाले यात्रियों को यह सुविधा बहुत फायदेमंद होगी, क्योंकि उनके क्षेत्रों में एटीएम की सुविधा सीमित हो सकती है।
यात्रा को और आरामदायक बनाना:
भारतीय रेलवे का यह कदम यात्रियों की यात्रा को और अधिक सुविधाजनक और तनावमुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। अब यात्री बिना नकदी की चिंता किए यात्रा का आनंद ले सकेंगे।
परीक्षण के दौरान आई चुनौतियां
रेल मंत्रालय के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (इन्फॉर्मेशन एंड पब्लिसिटी) के अनुसार, इस ट्रायल के दौरान कुछ चुनौतियां सामने आईं:
नेटवर्क की समस्या: पंचवटी एक्सप्रेस मनमाड और इगतपुरी के बीच एक ऐसे इलाके से गुजरती है, जहां सिग्नल की दिक्कत होती है। इस क्षेत्र में एक सुरंग भी है, जिसके कारण नेटवर्क में रुकावट आती है।
समाधान की दिशा में प्रयास: रेलवे और बैंक ऑफ महाराष्ट्र मिलकर इन तकनीकी समस्याओं को दूर करने पर काम कर रहे हैं। ट्रायल के नतीजे सकारात्मक रहे हैं, जिससे भविष्य में इस सुविधा को और बेहतर बनाने की उम्मीद है।
एटीएम की क्षमता और भविष्य की योजनाएं
वर्तमान में रेलवे इस एटीएम की क्षमता पर नजर रख रहा है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह यात्रियों की मांग को पूरा कर सकता है।
ट्रायल सफल होने के बाद इस सुविधा को अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों, जैसे राजधानी, शताब्दी, या वंदे भारत एक्सप्रेस में भी लागू करने की योजना है।
भविष्य में नेटवर्क समस्याओं को हल करने के लिए उन्नत तकनीक का उपयोग किया जाएगा, ताकि हर क्षेत्र में एटीएम सुचारू रूप से काम कर सके।
यात्रियों की परेशानियों का समाधान
पहले यात्रियों को नकदी की कमी के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ता था, जैसे:
स्टेशन पर खाने-पीने की चीजें खरीदने में दिक्कत।
छोटे-मोटे खर्चों के लिए स्थानीय दुकानों पर डिजिटल पेमेंट की सुविधा न होने की समस्या।
आपातकालीन स्थिति में नकदी न होने के कारण असुविधा।
अब ट्रेन में एटीएम की सुविधा होने से ये सभी समस्याएं काफी हद तक हल हो जाएंगी। खासकर लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यह एक बड़ा राहत भरा कदम है।
भारतीय रेलवे का यह कदम क्यों खास है?
यह पहल भारतीय रेलवे की उस सोच को दर्शाती है, जो यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देती है।
यह दुनिया में अपनी तरह का पहला प्रयोग है, क्योंकि किसी भी देश में अभी तक चलती ट्रेन में एटीएम की सुविधा शुरू नहीं की गई है।
यह कदम डिजिटल इंडिया और कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के साथ-साथ उन यात्रियों की मदद करता है, जो अभी भी नकदी पर निर्भर हैं।
निष्कर्ष
भारतीय रेलवे ने पंचवटी एक्सप्रेस में एटीएम सुविधा शुरू करके यात्रियों की एक बड़ी समस्या का समाधान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह सुविधा ट्रायल मोड में 16 अप्रैल, 2025 से पहले शुरू हो चुकी है और वर्तमान में सफलतापूर्वक चल रही है। नेटवर्क समस्याओं जैसी छोटी-मोटी चुनौतियों के बावजूद, इस पहल को यात्रियों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। भविष्य में इस सुविधा का विस्तार अन्य ट्रेनों में होने से भारतीय रेलवे यात्रियों के लिए और भी सुविधाजनक और आधुनिक बन जाएगा।



