

पी.वी.आनंदपद्मनाभन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंबेडकर जयंती पर संसद परिसर में प्रेरणा स्थल पर डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि बाबासाहेब की प्रेरणा से देश सामाजिक न्याय के सपने को साकार करने में जुटा है। पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, “सभी देशवासियों की ओर से भारत रत्न पूज्य बाबासाहेब को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन।”
उत्तर प्रदेश में भव्य आयोजन
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अंबेडकर जयंती को धूमधाम से मनाने की घोषणा की। लखनऊ में अंबेडकर महासभा परिसर में सुबह 9 बजे से एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाग लिया। इसके अलावा, अंबेडकर पार्क, अंबेडकर महासभा, और अंबेडकर विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। राज्य में 75 जिलों में अंबेडकर की मूर्तियों और स्मारकों की साफ-सफाई का अभियान भी चलाया गया।

दिल्ली में शैक्षिक और सामाजिक पहल
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अंबेडkar जयंती के उपलक्ष्य में एक वॉकथॉन का उद्घाटन किया, जिसमें सैकड़ों स्कूली बच्चे शामिल हुए। उन्होंने घोषणा की कि दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों में डॉ. अंबेडकर के जीवन और योगदान को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। स्कूलों में सभाओं के दौरान छात्रों द्वारा बाबासाहेब को पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी और उनके जीवन की कहानियां सुनाई जाएंगी। साथ ही, दिल्ली में 15 दिन तक स्कूलों में अंबेडकर जयंती से संबंधित आयोजन होंगे।
संसद में प्रेरणा स्थल पर समारोह
नई दिल्ली में संसद भवन के प्रेरणा स्थल पर अंबेडकर जयंती के अवसर पर एक विशेष समारोह आयोजित किया गया। इसमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, और अन्य प्रमुख नेता शामिल हुए। इस आयोजन को डॉ. अंबेडकर फाउंडेशन ने आयोजित किया, जिसमें जनता को भी दोपहर 12 बजे तक श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर दिया गया।
महाराष्ट्र में दीक्षा भूमि पर भीड़
नागपुर की दीक्षा भूमि, जहां डॉ. अंबेडकर ने 1956 में बौद्ध धर्म अपनाया था, वहां हजारों लोग बाबासाहेब को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, और अजीत पवार ने चैत्य भूमि मेमोरियल में पुष्पांजलि अर्पित की। मुंबई में चैत्य भूमि के आसपास ट्रैफिक प्रतिबंध लागू किए गए, क्योंकि भारी भीड़ की उम्मीद थी।
बैंक और स्टॉक मार्केट में अवकाश
अंबेडकर जयंती के अवसर पर देशभर में बैंक और स्टॉक मार्केट (बीएसई और एनएसई) बंद रहे। हालांकि, डिजिटल बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध थीं। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक आंशिक रूप से खुला रहा। यह अवकाश तमिलनाडु, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में विशेष रूप से लागू था।
नोएडा में ट्रैफिक व्यवस्था
नोएडा में अंबेडkar जयंती के लिए राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर होने वाले कार्यक्रमों के कारण भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने विशेष व्यवस्था की। कई मार्गों पर डायवर्जन लागू किए गए, और लोगों से वैकल्पिक रास्तों का उपयोग करने की सलाह दी गई। ट्रैफिक हेल्पलाइन नंबर 9971009001 भी जारी किया गया।
राजनीतिक दलों की सक्रियता
अंबेडकर जयंती के अवसर पर विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपनी सक्रियता दिखाई। बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में बाबासाहेब को श्रद्धांजलि दी और उनके विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। वहीं, भाजपा और विपक्षी दलों ने भी अपने-अपने तरीके से अंबेडकर के योगदान को याद किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह अवसर राजनीतिक दलों के लिए सामाजिक न्याय के मुद्दे पर अपनी स्थिति मजबूत करने का मौका भी बना।
सोशल मीडिया पर प्रेरणादायक संदेश
देशभर में लोग सोशल मीडिया पर डॉ. अंबेडकर के प्रेरणादायक कोट्स, संदेश, और तस्वीरें साझा कर रहे हैं। कुछ लोकप्रिय कोट्स में शामिल हैं:
“शिक्षा स्वतंत्रता के सुनहरे दरवाजे को खोलने की कुंजी है।”
“एक आदमी को शिक्षित करो, तुम एक व्यक्ति को शिक्षित करते हो। एक महिला को शिक्षित करो, तुम एक परिवार को शिक्षित करते हो।”
ये संदेश समानता, शिक्षा, और सामाजिक न्याय के लिए उनके योगदान को रेखांकित करते हैं।
महाराष्ट्र, दिल्ली, और बेंगलुरु में ड्राई डे
अंबेडकर जयंती के अवसर पर महाराष्ट्र, दिल्ली, और बेंगलुरु में 14 अप्रैल को ड्राई डे घोषित किया गया, जिसके तहत शराब की बिक्री पर प्रतिबंध रहा। यह कदम बाबासाहेब के सामाजिक सुधारों के प्रति सम्मान के तौर पर उठाया गया।
अन्य राज्यों में उत्सव
तमिलनाडु, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, और अन्य राज्यों में बड़े पैमाने पर जुलूस, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और सामुदायिक आयोजन हुए। इन राज्यों में अंबेडकर जयंती को समानता दिवस के रूप में भी मनाया गया, जिसमें उनके सामाजिक सुधारों और संविधान निर्माण में योगदान को याद किया गया।
नए ट्रेन का शुभारंभ
अंबेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अंबेडकर नगर (मध्य प्रदेश, जहां डॉ. अंबेडकर का जन्म हुआ था) से नई दिल्ली तक कोटा के रास्ते एक नई ट्रेन का उद्घाटन किया। इस समारोह में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और अन्य नेता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
निष्कर्ष:
अंबेडkar जयंती 2025 देशभर में उत्साह और सम्मान के साथ मनाई जा रही है। यह दिन न केवल डॉ. अंबेडकर के संविधान निर्माण और सामाजिक सुधारों के योगदान को याद करने का अवसर है, बल्कि समानता, शिक्षा, और सामाजिक न्याय के उनके विचारों को आगे बढ़ाने का भी संकल्प लेने का समय है। विभिन्न राज्यों में आयोजनों, राजनीतिक सक्रियता, और सोशल मीडिया पर उनके विचारों के प्रचार-प्रसार से यह स्पष्ट है कि बाबासाहेब का प्रभाव आज भी प्रासंगिक और प्रेरणादायक है।




