कोलकाता: आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म को लेकर देश में गुस्सा का माहौल है। भारत की आम जनता से लेकर नेता और अभिनेता भी इस घटना की निंदा कर रहे हैं और ममता सरकार का फेलियर बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की जा रही है। वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने पास स्वास्थ्य मंत्रालय और गृह मंत्रालय रखने के बाद भी ना जानें किसके खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन कर रही हैं।
टीएमसी के कुछ नेताओं ने भी इस मामले में सरकार का खराब प्रदर्शन माना है। हालांकि उनका ये मानना उनपर ही भारी पड़ रहा है। पुलिस द्वारा नेताओं को तलब किया गया है। वहीं कई सोशल मीडिया यूजर को भी नोटिस भेजे गए हैं। घटना के खिलाफ बोलने पर सरकार द्वारा लिए जा रहे एक्शन के बारे में टीएमसी के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने सफाई दी है।
विरोध करने का सही तरीका
कुणाल घोष ने कहा, “पुलिस केवल उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, जो सोशल मीडिया पर गलत जानकारी या फर्जी ऑडियो पोस्ट कर रहे हैं। साथ ही उनपर भी जो उस प्रशिक्षु चिकित्सक की पहचान उजागर कर रहे हैं। ” घोष ने कहा कि लोग विरोध कर सकते हैं, लेकिन उचित तरीके से। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “अगर आपको लगता है कि आपको विरोध करना चाहिए, तो उचित तरीके से सौ बार करें, हजार बार करें। लेकिन अगर आप गलत जानकारी या फर्जी ऑडियो साझा करते हैं, विकृत धारणाएं कायम करने की कोशिश करते हैं, जानबूझकर भड़काने वाले पोस्ट करते हैं या मृतका का नाम और फोटो उजागर करते हैं, तो पुलिस आपको चेतावनी देगी।”
TMC के नेता भी फंसे
कोलकाता पुलिस ने रविवार को तृणमूल सांसद सुखेंदु शेखर रॉय को तलब किया था। रॉय ने आरजी कर अस्पताल में प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या मामले की जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से निष्पक्ष कार्रवाई करने का आह्वान किया था। उन्होंने सीबीआई से संस्थान के पूर्व प्राचार्य और कोलकाता के पुलिस आयुक्त को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की मांग की थी, ताकि यह पता चल सके कि मामले में “किसने क्यों आत्महत्या की कहानी गढ़ी।”
लॉकेट चटर्जी पर भी एक्शन
कोलकाता पुलिस ने कथित तौर पर अफवाहें फैलाने और आरजी कर अस्पताल में कथित बलात्कार एवं हत्या की शिकार महिला डॉक्टर की पहचान उजागर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्व सांसद लॉकेट चटर्जी और दो नामी चिकित्सकों को भी समन जारी किया है। उन्होंने बताया कि डॉ. कुणाल सरकार और डॉ. सुबर्णा गोस्वामी को रविवार दोपहर तीन बजे लालबाजार में कोलकाता पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।






