शिमला: हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने से आई बाढ़ के बाद 49 से अधिक लापता लोगों को ढूंढने के लिए आज शुक्रवार को भी बचाव अभियान जारी है। हिमाचल में बारिश और लैंडस्लाइड से मची तबाही पर CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राहत-बचाव कार्य जोरों पर है। हमारे प्रशासनिक अधिकारी बचाव कार्य में लगे हैं।
हांलांकि राज्य में एक बिजली परियोजना स्थल पर फंसे 29 लोगों को पूरी रात चले अभियान के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया। मामले पर आज CM सुक्खू ने कहा कि राहत-बचाव कार्य जोरों पर है। हमारे प्रशासनिक अधिकारी बचाव कार्य में लगे हैं। मैं अभी प्रभावित इलाके में जा रहा हूं। निश्चित रूप से नुकसान हुआ है। सबसे बड़ा नुकसान, हमें जो लोग छोड़कर गए हैं उनका है। जिन लोगों की मौत हुई है, उनकी बॉडी को निकालने का काम किया जा रहा है।
इसके साथ ही CM सुक्खू ने जानकारी दी की 49 के करीब लोग लापता हैं। आज मौसम थोड़ा साफ हुआ है। हमारा मुख्य लक्ष्य फंसे हुए लोगों को बाहर निकालना है। पर्यटक यहां आए लेकिन वे नदी-नालों के किनारे न जाए। मनाली की भी सड़कें टूटी है, वहां पर फौरी तौर पर सड़कों को जोड़ा गया है। यह आपदा चिंता का विषय है।
जानकारी दें कि हिमाचल में बादल फटने के बाद 20 से अधिक घर, छह दुकानें, चार मुख्य पुल और दो पैदल पुल बाढ़ के पानी में बह गए। प्रभावित क्षेत्रों में सड़क संपर्क बाधित हो गया है। राज्य के आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, 27 जून को मॉनसून के आगमन के बाद से अब तक वर्षाजनित घटनाओं में 73 लोगों की मौत हो चुकी है और राज्य को 649 करोड़ रुपये का नुकसान भी हुआ है।
घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात की थी और राज्य में बादल फटने से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया था। गृह मंत्री शाह ने इस स्थिति में मुख्यमंत्री को केंद्र की ओर से हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया था।