मुंबई: सुंदर वाडी फ्लॉवर चाळ सात बंगला जेपी रोड अंधेरी वेस्ट में नागरिकों को गंदा पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। पानी इतना गंदा है कि उसमें दुर्गंध आ रही है और स्वाद भी बदल गया है, जिससे जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। क्षेत्र में यह समस्या बीते 1 माह से बनी हुई है।
गंदे पानी से परेशान नागरिकों ने विधायक, सांसद से लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया है, मगर समस्या जस की तस बनी हुई है। आरोप है कि जोसेफ पटेल वाडी में कुछ झोपड़ियां तोड़ी गई और उसे एसआरए के तहत डेवलप किया जा रहा है। इसकी वजह से जिन पाइपलाइनों से होकर पानी गुजरता है, वह टूट चुका है। पाइप लाइन में लीकेज व जंग होने की वजह से भी नाली का गंदा पानी नलों में आ रहा है, जिसके कारण नागरिक गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र ही साफ पानी की आपूर्ति नहीं हुई तो वह बाल्टियों में गंदा पानी लेकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
पहले भी पानी में आ चुके हैं गंदे तत्व
स्थानीय निवासियों का कहना है कि पिछले कई सालों से पूरे इलाके में गंदे पानी के साथ कुछ गंदे तत्व भी लगातार आते रहते हैं। जिनकी अनेकों बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन विभाग के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगती है।
बाजार से खरीदकर मंगा रहे पानी:
स्थानीय समाजसेवक और एनसीपी शरद पवार गुट के नेता बबन नवले ने बताया कि समस्या का समाधान न होने के कारण वार्डवासियों को मजबूरी में बाजार से खरीदकर पानी पीना पड़ रहा है। जो लोग बाजार से पानी खरीदने में असमर्थ हैं, वह मजबूरी में गंदे पानी को पी रहे हैं। पानी पीने के बाद लोग बीमार हो रहे हैं। स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
स्थानिकों का क्या है कहना
स्थानिकों का कहना है कि सप्लाई से पानी मटमैला और बदबूदार आ रहा है। पानी इतना गंदा होता है कि बर्तन भी गंदा हो जाता है। पानी में बदबू की वजह से पीना मुश्किल हो रहा है। गंदे पानी से बीमारी होने का डर सता रहा है। नाम न बताने की शर्त पर एक महिला ने कहा कि मैं हमेशा वक्त पर उठकर पानी भरती हूं, लेकिन पानी में बदबू आ रही है। विभाग समस्या को सुनने तक को तैयार नहीं है। दूषित पानी से बीमार होने का डर बना रहता है। हजारों घरों में गंदा पानी आ रहा है। पानी कभी खारा आता है तो कभी गंदा। अब हम बाजार से पानी खरीदकर पी रहे हैं।
क्या कहते हैं डॉक्टर
डॉक्टर महेश संघवी के अनुसार, दूषित पानी पीने से डायरिया, पीलिया, टाइफाइड और उल्टी सहित पेट की बहुत सी खतरनाक बीमारियां होती हैं। बदलते मौसम में पानी को उबालकर पीना चाहिए। पानी को हमेशा ढककर रखना चाहिए। खुले हुए पानी में बहुत से बैक्टीरिया गिर जाते हैं। सूक्ष्म होने के कारण यह आंखों से दिखाई नहीं देते हैं। पाइप लाइन से आने वाले पानी को अच्छी तरह से चेक कर लेना चाहिए। लीकेज पाइप लाइन से दूषित तत्व पानी में मिल सकते हैं।