अहमदाबाद शहर के पालडी इलाके में स्थित महालक्ष्मी अपार्टमेंट के एक मकान से मां-बेटे के शव मिले हैं। पुलिस को आशंका है कि बेटे ने मां की हत्या करने के बाद खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हालांकि अब तक इसके कारणों का पता नहीं चल पाया है। इस घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पालडी पुलिस व उच्च अधिकारियों ने दोनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया शुरू की है। फोरेंसिक एक्सपर्ट की भी मदद ली जा रही है। पड़ोस में रहने वाले लोगों से पूछताछ कर कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
सुबह तक दूध, समाचार पड़ा होने पर हुई शंका
यह घटना पालडी के महालक्ष्मी अपार्टमेंट में रहने वाले मैत्रेय भगत (43) के घर सुबह आठ बजे के बाद तक भी दूध और समाचार पत्र पड़ा रहा। किसी ने नहीं उठाया था। अमूमन ऐसा नहीं होता था, जिससे पड़ोसियों को शंका हुई और उन्होंने अंदर जाकर देखा। तो वहां मैत्रेय का शव फंदे पर लटकता दिखा। जिससे पड़ोसियों ने इसकी सूचना शहर पुलिस को दी। पुलिस के मौके पर पहुंचने पर दरवाजा खोलकर देखने पर अंदर एक कमरे में 72 वर्षीय मां दत्ताबेन भगत का भी शव पड़ा था। मैत्रेय जीएलएस कॉलेज में इकॉनोमिक्स के प्रोफेसर के पद कार्यरत थे। मैत्रेय के पिता दिलीपभाई एमबीबीएस डॉक्टर थे। उनका छह साल पहले ही निधन हो गया। मैत्रेय की एक बहन है। उनका विवाह हो गया है और वह अभी सूरत में रहती हैं।
जांच में ली जा रही है फोरेंसिक टीम की मदद
जोन-7 के पुलिस उपायुक्त शिवम वर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि सूचना मिलने पर पहुंची टीम ने जांच शुरू की। पुत्र मैत्रेय का शव पंखे से फंदे पर लटकता मिला और उनकी मां दत्ताबेन का शव अन्य कमरे में बेड पर मिला। दत्ताबेन के गले पर तीक्ष्ण हथियार से वार के निशान थे। पास में रसोई में उपयोग में लिया जाने वाला चाकू पड़ा था। जिससे लगता है कि दत्ताबेन की हत्या के बाद मैत्रेय ने आत्महत्या की हो सकती है। जांच जारी है। फोरेंसिक टीम की मदद ली जा रही है। फिलहाल आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
रात आठ बजे हुई थी मामा से बात
उपायुक्त ने कहा कि मंगलवार रात आठ बजे मैत्रेय की उनके मामा से बात हुई थी। जिससे अनुमान है कि उसके बाद ही यह घटना हुई होगी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन आशंका है कि डिप्रेशन के चलते यह कदम उठाया हो सकता है।