
मंदिर के पुजारी महेश चंद शर्मा की पत्नी और मंदिर की पंडिताइन कुसुम शर्मा की मौके पर ही बेरहमी से हत्या कर दी गई. वहीं पूजा करने के लिए मंदिर आई एक अन्य महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जिन्हें खून से लथपथ हालत में गुरु तेग बहादुर अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है.
दिल्ली के शाहदरा में अपराध बेलगाम होता जा रहा है. ताजा मामला मानसरोवर पार्क थाना क्षेत्र का है, जहां थाना से महज कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित ज्वाला जी मंदिर में दिनदहाड़े दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया गया. सोमवार करीब 11:30 बजे एक अज्ञात बदमाश मंदिर में घुसा और गंडासे से दो महिलाओं पर ताबड़तोड़ वार कर जानलेवा हमला किया.
इस हमले में मंदिर के पुजारी महेश चंद शर्मा की पत्नी और मंदिर की पंडिताइन कुसुम शर्मा की मौके पर ही बेरहमी से हत्या कर दी गई. वहीं पूजा करने के लिए मंदिर आई एक अन्य महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जिन्हें खून से लथपथ हालत में गुरु तेग बहादुर अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है. डॉक्टरों के मुताबिक घायल महिला की हालत नाजुक बनी हुई है.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आरोपी मंदिर में आया और सबसे पहले पुजारी के बारे में पूछताछ की. इसके बाद अचानक उसने अपने साथ लाए गंडासे से हमला कर दिया. मंदिर परिसर में चीख-पुकार मच गई, लेकिन तब तक आरोपी वारदात को अंजाम देकर फरार हो चुका था.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, हत्या की वजह मंदिर की जमीन को लेकर चल रहा पुराना विवाद बताया जा रहा है. इस मामले में उमेश चंद कसाना से विवाद की बात सामने आई है. मृतका कुसुम शर्मा मूल रूप से मथुरा के पेठा गांव की रहने वाली थीं और लंबे समय से मंदिर से जुड़ी हुई थीं.
घटना की सूचना मिलते ही मानसरोवर पार्क थाना पुलिस, फॉरेंसिक टीम और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे. मंदिर परिसर को सील कर जांच शुरू कर दी गई है. पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है और आरोपी की पहचान के प्रयास तेज कर दिए गए हैं.
इस सनसनीखेज हत्या ने एक बार फिर शाहदरा जिले की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. लगातार हो रही हत्या और हिंसक वारदातों से स्थानीय लोग दहशत में हैं. सवाल यह है कि जब थाना के इतने पास मंदिर में दिनदहाड़े हत्या हो सकती है तो आम जनता कितनी सुरक्षित है? पुलिस अब आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने का दावा कर रही है, लेकिन शाहदरा में बढ़ते अपराध लोगों की चिंता बढ़ा रहे हैं.

