
- महाराष्ट्र में आगामी चुनाव शिंदे के नेतृत्व में लड़ेगी पार्टी, युवाओं को मिलेगा मौका
- जयंत पाटिल ने हाल ही में दिया था इस्तीफा
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) में बड़ा संगठनात्मक बदलाव करते हुए शरद पवार ने अपने विश्वसनीय साथी और विधान परिषद सदस्य शशिकांत शिंदे को पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह फैसला जयंत पाटील के इस्तीफे के बाद लिया गया, जिन्होंने पार्टी के 26वें स्थापना दिवस पर यह पद छोड़ने की पेशकश की थी। मंगलवार को वाईबी चव्हाण सेंटर में हुई कार्यकारिणी बैठक में शरद पवार, जयंत पाटील, अनिल देशमुख, जितेंद्र आव्हाड, हर्षवर्धन पाटील सहित अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। बैठक में अनिल देशमुख ने शशिकांत शिंदे के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे सांसद अमोल कोल्हे समेत सभी नेताओं ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया।
युवाओं को मिलेगा मौका
नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष शशिकांत शिंदे ने अपनी नियुक्ति के बाद कहा कि वे पूरे महाराष्ट्र का दौरा करेंगे और संगठन में युवाओं को आगे लाने पर जोर देंगे। उन्होंने यह भी भरोसा जताया कि वे स्व. आर. आर. पाटील की तरह जमीनी स्तर पर काम करते हुए पार्टी को मजबूती देंगे।
जयंत पाटील के भविष्य को लेकर अटकलें
इस्तीफा देने वाले जयंत पाटील, जो आठ बार विधायक रह चुके हैं और शरद पवार के पुराने सहयोगी हैं, को लेकर अटकलें तेज़ हैं कि वे पार्टी छोड़ सकते हैं। बीजेपी नेता गिरीश महाजन ने दावा किया कि पाटील उनसे संपर्क में हैं। हालांकि पाटील ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने न तो किसी सत्तारूढ़ नेता से मुलाकात की है और न ही कोई संपर्क हुआ है।
शिंदे का राजनीतिक सफर
शशिकांत शिंदे ने 1999 में पहली बार जावली विधानसभा सीट से चुनाव जीता। वे दो बार जावली और दो बार कोरेगांव से विधायक रह चुके हैं। वे जलसंपदा मंत्री (कृष्णा घाटी सिंचाई परियोजना) भी रह चुके हैं। 2019 के बाद उन्हें लगातार दो चुनावों में हार मिली – एक बार लोकसभा चुनाव में उदयनराजे भोसले से और फिर विधानसभा में महेश शिंदे से। फिलहाल वे विधान परिषद सदस्य हैं और पार्टी संगठन में गहरी पकड़ रखते हैं।
पश्चिम महाराष्ट्र पर फोकस
शशिकांत शिंदे सातारा जिले से आते हैं और पश्चिम महाराष्ट्र में एनसीपी का मजबूत जनाधार है। वे माथाडी कामगारों के प्रभावशाली नेता माने जाते हैं और सामाजिक कार्यों से भी लंबे समय से जुड़े रहे हैं।