
मुंबई। मुंबई की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने की दिशा में मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने एक और अहम कदम उठाया है। अब सड़कों के सीमेंट कंक्रीट (सीसी) निर्माण में अल्ट्रा थिन व्हाइट टॉपिंग (UTWT) पद्धति का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे सड़कें अधिक मजबूत, टिकाऊ और दीर्घकालीन होंगी।
यूटीडब्ल्यूटी तकनीक: डामर सड़क पर पतली कंक्रीट परत
अतिरिक्त मनपा आयुक्त (परियोजना) अभिजीत बांगर ने निर्देश दिए हैं कि जहां संभव हो, वहां इस आधुनिक पद्धति का उपयोग किया जाए। यूटीडब्ल्यूटी तकनीक के तहत पुरानी डामर सड़क पर एक पतली या मोटी कंक्रीट परत डाली जाती है, जिससे सड़क की ताकत और उम्र दोनों बढ़ जाती हैं।
सड़क के जॉइंट्स को लचीला बनाने के लिए ‘सिलिकॉन सीलेंट’
बांगर ने बताया कि सीसी रोड में जॉइंट कटिंग के दौरान बनने वाले एक्सपेंशन जॉइंट्स को विशेष सिलिकॉन सीलेंट रसायन से भरा जाएगा। यह लचीला और तापमान सहन करने वाला होता है, जिससे तापमान में बदलाव के कारण होने वाले फैलाव और संकुचन से दरारें नहीं पड़ेंगी और सड़क सुरक्षित बनी रहेगी।
31 मई तक पूरा हो सीसी रोड का काम: बांगर
बांगर ने हाल ही में सीसी रोड कार्यस्थलों का दौरा किया और निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन सड़कों पर कंक्रीटिंग कार्य पूरा हो चुका है, वहां जल्द से जल्द थर्मोप्लास्टिक रोड मार्किंग, रिफ्लेक्टिव साइन, ट्रैफिक साइनेज और जंक्शन ग्रिड मार्किंग जैसे अंतिम कार्य पूर्ण कर यातायात के लिए खोल दिया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सीसी रोड निर्माण कार्य 31 मई 2025 से पहले हर हाल में पूरा किया जाए।
यूटीडब्ल्यूटी पद्धति से बनेंगी मजबूत और टिकाऊ सीसी सड़कें
मनपा ने दिए तेजी से काम के निर्देश
मुंबई। मुंबई की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने की दिशा में मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने एक और अहम कदम उठाया है। अब सड़कों के सीमेंट कंक्रीट (सीसी) निर्माण में अल्ट्रा थिन व्हाइट टॉपिंग (UTWT) पद्धति का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे सड़कें अधिक मजबूत, टिकाऊ और दीर्घकालीन होंगी।
यूटीडब्ल्यूटी तकनीक: डामर सड़क पर पतली कंक्रीट परत
अतिरिक्त मनपा आयुक्त (परियोजना) अभिजीत बांगर ने निर्देश दिए हैं कि जहां संभव हो, वहां इस आधुनिक पद्धति का उपयोग किया जाए। यूटीडब्ल्यूटी तकनीक के तहत पुरानी डामर सड़क पर एक पतली या मोटी कंक्रीट परत डाली जाती है, जिससे सड़क की ताकत और उम्र दोनों बढ़ जाती हैं।
सड़क के जॉइंट्स को लचीला बनाने के लिए ‘सिलिकॉन सीलेंट’
बांगर ने बताया कि सीसी रोड में जॉइंट कटिंग के दौरान बनने वाले एक्सपेंशन जॉइंट्स को विशेष सिलिकॉन सीलेंट रसायन से भरा जाएगा। यह लचीला और तापमान सहन करने वाला होता है, जिससे तापमान में बदलाव के कारण होने वाले फैलाव और संकुचन से दरारें नहीं पड़ेंगी और सड़क सुरक्षित बनी रहेगी।
31 मई तक पूरा हो सीसी रोड का काम: बांगर
बांगर ने हाल ही में सीसी रोड कार्यस्थलों का दौरा किया और निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन सड़कों पर कंक्रीटिंग कार्य पूरा हो चुका है, वहां जल्द से जल्द थर्मोप्लास्टिक रोड मार्किंग, रिफ्लेक्टिव साइन, ट्रैफिक साइनेज और जंक्शन ग्रिड मार्किंग जैसे अंतिम कार्य पूर्ण कर यातायात के लिए खोल दिया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सीसी रोड निर्माण कार्य 31 मई 2025 से पहले हर हाल में पूरा किया जाए।



