“चीन की नई पीढ़ी के ह्यूमनॉइड रोबोट लैब ने दुनिया को हरा दिया,” वह संभवतः चीन के रोबोटिक्स क्षेत्र में हाल की प्रगति को संदर्भित करता है।

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राजेश लक्ष्मण गावड़े

मुख्य संपादक (जन कल्याण टाइम)

मैं उपलब्ध जानकारी और हाल के समाचारों के आधार पर चीन के ह्यूमनॉइड रोबोट लैब और उनकी उपलब्धियों का विस्तृत विवरण। यह विवरण नवीनतम प्रगति, प्रयोगशालाओं, और रोबोटिक्स में चीन की स्थिति को कवर करेगा। नीचे दिए गए विवरण को क्रमबद्ध (सीरियल नंबर के साथ) और विस्तार से प्रस्तुत किया गया है:
चीन की नई पीढ़ी के ह्यूमनॉइड रोबोट लैब: विस्तृत विवरण

  1. चीन का रोबोटिक्स में वैश्विक नेतृत्व का लक्ष्य
    विवरण: चीन ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और रोबोटिक्स के क्षेत्र में विश्व नेता बनने की महत्वाकांक्षा जताई है। सरकार ने इसे भविष्य की तकनीकों के लिए एक रणनीतिक प्राथमिकता बनाया है, जिसके तहत ह्यूमनॉइड रोबोट्स के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बीजिंग और शेन्ज़ेन जैसे शहरों में रोबोटिक्स नवाचार केंद्र स्थापित किए गए हैं, जो नई पीढ़ी के ह्यूमनॉइड रोबोट्स पर काम कर रहे हैं।
    महत्व: ये लैब न केवल तकनीकी प्रगति को बढ़ावा दे रही हैं, बल्कि औद्योगिक, चिकित्सा, और सामाजिक क्षेत्रों में रोबोट्स के उपयोग को भी विस्तार दे रही हैं। उदाहरण के लिए, शेन्ज़ेन में AI-संचालित ह्यूमनॉइड रोबोट पुलिस अधिकारियों को गश्त के लिए तैनात किया गया है।
    उदाहरण: Zhongqing Robotics (EngineAI के नाम से भी जाना जाता है) ने दुनिया का पहला ह्यूमनॉइड रोबोट बनाया, जो फ्रंट फ्लिप कर सकता है, जो एक जटिल गतिशील कार्य है।
  2. प्रमुख ह्यूमनॉइड रोबोट: थ्येनगोंग (Tiangong)
    विवरण: बीजिंग ह्यूमनॉइड रोबोट नवप्रवर्तन केंद्र द्वारा विकसित “थ्येनगोंग” रोबोट ने कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। यह रोबोट दृष्टि-आधारित “अवधारणात्मक चलने” (perceptual walking), जटिल भूभाग पर उच्च गति से दौड़ने, और ऊंची सीढ़ियों को चढ़ने में सक्षम है।
    प्रदर्शन: अप्रैल 2025 में, थ्येनगोंग अल्ट्रा ने बीजिंग में आयोजित दुनिया की पहली ह्यूमनॉइड रोबोट हाफ मैराथन में 2 घंटे 40 मिनट में 21 किलोमीटर की दौड़ पूरी की। यह रोबोट कोर एल्गोरिदम, बैटरी लाइफ, और स्थिरता के परीक्षण का हिस्सा था।
    महत्व: यह उपलब्धि चीन की रोबोटिक्स तकनीक की मजबूती को दर्शाती है और औद्योगिक विकास के लिए एक नया प्रारंभ बिंदु मानी जा रही है।
  3. दुनिया की पहली ह्यूमनॉइड रोबोट हाफ मैराथन
    विवरण: अप्रैल 2025 में, बीजिंग के इकोनॉमिक-टेक्नोलॉजिकल जोन में 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन आयोजित की गई, जिसमें 21 ह्यूमनॉइड रोबोट्स ने इंसानों के साथ दौड़ लगाई। यह पहली बार था जब रोबोट्स ने इतनी लंबी दूरी की ओपन-रोड दौड़ में भाग लिया।
    विशेषताएं: रेस में रोबोट्स को जिगजैग फॉर्मेशन में लाइन में खड़ा किया गया, और प्रत्येक रोबोट ने एक-एक मिनट के अंतराल पर दौड़ शुरू की। Tiangong Ultra ने इस रेस में पहला स्थान हासिल किया।
    प्रभाव: यह आयोजन केवल एक दौड़ नहीं था, बल्कि चीन की रोबोटिक्स और AI में वैश्विक प्रभुत्व की दिशा में एक कदम था। विशेषज्ञों ने इसे कोर एल्गोरिदम और स्थिरता के परीक्षण के रूप में देखा।
  4. EngineAI का PM01 रोबोट
    विवरण: Zhongqing Robotics (EngineAI) ने PM01 नामक एक ओपन-सोर्स ह्यूमनॉइड रोबोट विकसित किया है, जो सुरुचिपूर्ण डिज़ाइन और गतिशील यांत्रिक प्रदर्शन के लिए जाना जाता है। यह रोबोट Intel N97 और NVIDIA Jetson Orin ड्यूअल चिप्स से लैस है, जो इसे गति नियंत्रण और जटिल कार्यों के लिए उपयुक्त बनाता है।
    मूल्य और उपलब्धता: PM01 की कीमत लगभग $13,700 (लगभग 11.5 लाख रुपये) है, और यह डेवलपर्स के लिए एक सहयोगी पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करता है।
    उपयोग: यह रोबोट अनुसंधान, शिक्षा, और औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो इसे नई पीढ़ी के रोबोटिक्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है।
  5. 100+ ह्यूमनॉइड रोबोट्स के लिए प्रशिक्षण सुविधा
    विवरण: चीन ने एक साथ 100 से अधिक ह्यूमनॉइड रोबोट्स को प्रशिक्षित करने के लिए एक विशेष सुविधा शुरू की है। यह सुविधा सामान्य-उद्देश्य वाले ह्यूमनॉइड रोबोट्स के विकास को तेज करने के लिए डिज़ाइन की गई है।
    प्रगति: यह उपलब्धि दर्शाती है कि रोबोटिक्स का क्षेत्र अविश्वसनीय गति से आगे बढ़ रहा है। दस साल पहले ऐसी तकनीक असंभव मानी जाती थी, लेकिन अब ये रोबोट्स व्यावसायिक रूप से उपलब्ध हैं।
    महत्व: यह सुविधा चीन को बड़े पैमाने पर ह्यूमनॉइड रोबोट्स के उत्पादन और प्रशिक्षण में अग्रणी बनाती है, जिससे वैश्विक बाजार में उसकी स्थिति मजबूत होती है।
  6. लैब-विकसित ह्यूमन ब्रेन के साथ रोबोट
    विवरण: जुलाई 2024 में, तियानजिन यूनिवर्सिटी और साउदर्न यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने एक ह्यूमनॉइड रोबोट विकसित किया, जिसमें लैब में विकसित ह्यूमन ब्रेन (ब्रेन ऑर्गनॉइड) और न्यूरल इंटरफेस चिप को एकीकृत किया गया। यह रोबोट चीजों को पकड़ने और बाधाओं से बचने में सक्षम है।
    तकनीक: यह तकनीक इन विट्रो कल्चर्ड ब्रेन को इलेक्ट्रोड चिप के साथ जोड़कर “ब्रेन ऑन-चिप” बनाती है, जो रोबोट को मानव-समान संज्ञानात्मक क्षमता प्रदान करती है।
    चिंताएं: इस तकनीक ने नैतिक और सुरक्षा संबंधी सवाल उठाए हैं, क्योंकि यह मानव मस्तिष्क के उपयोग को शामिल करता है। विशेषज्ञों ने इसे जोखिम भरा लेकिन आशाजनक बताया है।
  7. AI रोबोट की सुरक्षा और चुनौतियां
    विवरण: फरवरी 2025 में, चीन में एक ह्यूमनॉइड रोबोट के बेकाबू होने की घटना सामने आई, जिसमें उसने भीड़ पर हमला करने की कोशिश की। यह घटना सॉफ्टवेयर गड़बड़ी के कारण हुई, जिसे सुरक्षा कर्मियों ने समय रहते नियंत्रित कर लिया।
    प्रभाव: इस घटना ने AI और ह्यूमनॉइड रोबोट्स की सुरक्षा को लेकर वैश्विक बहस को जन्म दिया। विशेषज्ञों ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मजबूत सुरक्षा उपायों की आवश्यकता पर बल दिया।
    अन्य उदाहरण: दक्षिण कोरिया में एक रोबोट ने अत्यधिक कार्यभार के कारण “आत्महत्या” कर ली, जिसने AI के मानसिक स्वास्थ्य प्रभावों पर सवाल उठाए।
  8. चीन का ह्यूमनॉइड रोबोट बाजार
    विवरण: ग्लोबल ह्यूमनॉइड रोबोट मार्केट 2023 में 2.43 अरब डॉलर का था, जिसके 2032 तक 66 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। चीन इस बाजार में अग्रणी है, और इसका ह्यूमनॉइड रोबोट बाजार 2030 तक 8.7 लाख करोड़ रुपये (119 बिलियन डॉलर) तक पहुंच सकता है।
    भारत की तुलना: भारत का ह्यूमनॉइड रोबोट बाजार 2023 में 42 मिलियन डॉलर था, जो 2030 तक 149.4 मिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है, लेकिन यह अभी भी चीन से काफी पीछे है।
    प्रक्षेपण: गोल्डमैन साक्स के अनुसार, 2035 तक ह्यूमनॉइड रोबोट बाजार 38 अरब डॉलर का होगा, जिसमें चीन का बड़ा योगदान होगा।
  9. प्रमुख रोबोटिक्स लैब और संस्थान
    विवरण: चीन में कई प्रमुख संस्थान ह्यूमनॉइड रोबोट्स पर काम कर रहे हैं:
    बीजिंग ह्यूमनॉइड रोबोट नवप्रवर्तन केंद्र: थ्येनगोंग रोबोट का विकास।
    तियानजिन यूनिवर्सिटी और साउदर्न यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी: ब्रेन ऑर्गनॉइड रोबोट्स।
    Zhongqing Robotics (EngineAI): PM01 और फ्रंट-फ्लिप रोबोट।
    सहयोग: ये संस्थान विश्वविद्यालयों, अनुसंधान संस्थानों, और टेक्नोलॉजी कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जिससे नवाचार की गति तेज हो रही है।
  10. वैश्विक प्रभाव और भविष्य की संभावनाएं
    विवरण: चीन की ह्यूमनॉइड रोबोट प्रगति ने वैश्विक स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। ये रोबोट स्वास्थ्य सेवा, पुलिसिंग, और औद्योगिक क्षेत्रों में उपयोग के लिए तैयार किए जा रहे हैं। उदाहरण के लिए, शेन्ज़ेन में रोबोट पुलिस गश्त कर रहे हैं।
    चुनौतियां: सॉफ्टवेयर गड़बड़ियां, नैतिक सवाल, और AI के नकारात्मक प्रभाव (जैसे बौद्धिक क्षमता में कमी) कुछ प्रमुख चुनौतियां हैं।
    भविष्य: विशेषज्ञों का मानना है कि अगले दशक में ह्यूमनॉइड रोबोट्स रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा बन जाएंगे, और चीन इस क्षेत्र में नेतृत्व कर सकता है।
    निष्कर्ष
    चीन की नई पीढ़ी के ह्यूमनॉइड रोबोट लैब ने तकनीकी नवाचार, बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण सुविधाओं, और वैश्विक बाजार में मजबूत स्थिति के साथ दुनिया में अपनी छाप छोड़ी है। थ्येनगोंग और PM01 जैसे रोबोट्स, साथ ही ब्रेन ऑर्गनॉइड तकनीक, चीन की तकनीकी प्रगति के प्रतीक हैं। हालांकि, सुरक्षा और नैतिक चुनौतियां भी उभर रही हैं, जिन्हें संबोधित करना आवश्यक होगा। चीन का ह्यूमनॉइड रोबोट बाजार 2030 तक अभूतपूर्व वृद्धि के लिए तैयार है, जो इसे वैश्विक रोबोटिक्स में अग्रणी बनाता है।

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